प्रदेश के हर जिले में साथी बाजार बनाया जाएगा…

रायपुर. प्रदेश के हर जिले में साथी बाजार बनाया जाएगा। इसके संचालन के लिए हर जिले में 10 हजार महिलाओं का किसान उत्पादक कंपनी के रूप में गठन होगा। इसका गठन राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से होगा। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ चैंबर आफ कामर्स इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। चैंबर द्वारा प्राथमिक रूप से मिलेट्स उत्पादों और स्थानीय उत्पादों को प्रत्येक साथी बाजार में स्थान दिलाया जाएगा।
गुरुवार को इस संबंध में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में संचालक अनुसंधान सेवाएं की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें छत्तीसगढ़ चैंबर आफ कामर्स, नाफेड नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास लिमिटेड, उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी विभाग, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, छत्तीसगढ़ उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, हैंडीक्राफ्ट बोर्ड तथा सेरीकल्चर विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मालूम हो कि नाफेड भारत सरकार की केंद्रीय कोआपरेटिव है, जो गत 50 वर्षों से कृषि एवं कृषकों के हित में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। नाफेड ने देश के कृषकों की आय दोगुना करने, आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण से साथी परियोजना देशभर में शुरू की है। इस योजना के तहत देशभर में प्रत्येक जिले में साथी बाजार स्थापित किया जाएगा। सभी साथी बाजार एक-दूसरे से नेटवर्क के माध्यम से जुड़े रहेंगे।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के कृषकों एवं उद्यमियों को योजना का लाभ देने के दृष्टिकोण से नाफेड के साथ अनुबंध कर योजना के क्रियान्वयन के लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर को लीड एजेंसी तथा छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड रायपुर को सहयोग एजेंसी बनाया गया है।
योजना के सफल संचालन के लिए राज्य स्तर पर कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में तथा जिलों में कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य एवं जिला स्तरीय समिति में छत्तीसगढ चैंबर आफ कामर्स के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा।
साथी बाजार में ये भी खोले जाएंगे
गेम चेंबर होगी साथी परियोजना