अंधविश्वास के चलते एक साथ 918 लोगों ने किया आत्महत्या, जानिए क्या है पूरी घटना
अंधविश्वास के कारण अमेरिका के पास स्थित गुयाना के जोंसटाउन में एक साथ 918 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। इस भयानक घटना को अब तक की सबसे बड़ी आत्महत्या की घटनाओं में से एक माना जाता है।जिसमें एक साथ 918 लोगों ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी और जिस व्यक्ति ने जहर पीने से इनकार किया उन्हें जबरन पिला दिया गया था। जानिए क्या है पूरी घटना यह घटना 40 साल पहले की है। 18 नवंबर 1978 को यह दिल दहला देने वाली घटना घटी थी।जिसके बारे में सुनकर हर कोई हैरत में पड़ गया था। दरअसल इस घटना के पीछे जिम जोंस नाम का एक धर्मगुरु का हाथ था। वो खुद को भगवान का अवतार मानता था। इस घटना की शुरुआत कुछ इस तरह से हुई थी कि जिम जोंस ने लोगों के बीच अपनी पैठ बढ़ाने के लिए जरूरतमंद लोगों की मदद के नाम पर साल 1956 में ‘पीपल्स टेंपल’ नाम का एक चर्च बनाया और अपनी धार्मिक बातों और अंधविश्वास के दम पर उसने हजारों लोगों को अपना अनुयायी( Follower )बना लिया था। जिम जोन्स कम्युनिस्ट विचारधारा का था चूंकि जिम जोंस कम्युनिस्ट विचारधारा का था और उसके विचार अमेरिकी सरकार से नहीं मिलते थे। इसलिए वो अपने अनुयायियों followers के साथ शहर से दूर गुयाना के जंगलों में चला गया और वहीं पर उसने एक छोटा सा गांव भी बसा दिया। लेकिन कुछ दिनों के बाद ही उसकी असलियत लोगों के बीच पता चल गई।
जिम जोंस अपने अनुयायियों से दिनभर काम कराता था और रात में जब वो थक हारकर सोने के लिए जाते तो वो उन्हें सोने भी नहीं देता था और अपना भाषण शुरू कर देता था। इस दौरान उसके सिपाही हर घर जाकर देखते थे कि कहीं कोई सो तो नहीं रहा है। अगर कोई भी सोता हुआ पाया जाता था वो उन्हें जोन्स कड़ी सजा देता था। यहां तक कि वो लोगों को गांव से बाहर भी कर देता था। पुरुष और महिलाएं जब काम करती थीं तो उनके बच्चों को एक कम्युनिटी हॉल में रखा जाता था। उसके सिपाही गांव के चारों ओर दिन-रात पहरा देते रहते थे ताकि कोई अनुयायी वहां से भाग न जाए।
जिम जोन्स जो कहता था लोग वो मान जाते थे जिम जोंस ने अपने अंधविश्वास का जाल इस तरह फैला रखा था कि वो जो कहता था लोग उसे मान लेते। इस बीच अमेरिकी सरकार को वहां पर हो रही गतिविधियों के बारे में पता चला तो सरकार ने कार्रवाई करने की सोची। लेकिन सरकार की इस योजना का पता जिम जोंस को भी चल गया और उसने अपने सभी अनुयायियों को एक जगह इकट्ठा होने को कहा। जिम जोन्स ने जानिए क्या कहा इस दौरान जिम जोंस ने लोगों से कहाकि”अमेरिकी सरकार हम सबको मारने आ रही है। इससे पहले कि वो हमें गोलियों से छलनी करें हम सबको पवित्र जल पी लेना चाहिए। ऐसा करने से हम गोलियों के दर्द से बच जाएंगे”।
जिम जोन्स ने लोगों से कहा कि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो वो हमें बम से उड़ा देंगे और जो बच जाएंगे उनके साथ जानवरों जैसा सलूक करेंगे। महिलाओं के साथ बलात्कार करेंगे बच्चों को तरह-तरह की तकलीफें देंगे। इसलिए हमें खुद को उनसे बचाने के लिए पवित्र जल पीना पड़ेगा। जिम जोंस ने पहले ही एक बड़े से टब में खतरनाक जहर मिलाकर एक सॉफ्ट ड्रिंक बनवा लिया था और लोगों को पीने के लिए दे दिया। इस दौरान जिसने भी जहरीला ड्रिंक पीने से मना किया उन्हें जबरन पिलाया गया। इस तरह एक अंधविश्वासी के चक्कर में पड़ 918 लोगों ने अपनी जान दे दी। इनमें 300 से भी अधिक बच्चे भी शामिल थे। इस घटना को अब तक के सबसे बड़े नरसंहारों मैसेज में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि लोगों के मरने के बाद जिम जोंस का शव भी एक जगह पाया गया था। उसने खुद को गोली मार ली थी।