महिलाओं को मिला रोजगार ,डैनेक्स फैक्ट्री की महिलाओं ने सिले 66 करोड़ के कपड़े

नक्सलगढ़ दंतेवाड़ा में डैनेक्स की महिलाएं, महिला सशक्तिकरण की जिले में मिसाल बन चुकी हैं। डेढ़ सालों में डैनेक्स फैक्ट्री से 66 करोड़ रुपए के 11 लाख कपड़े बनाकर बेंगलुरु सहित अन्य जगह भेजे जा चुके हैं। इस फैक्ट्री से 750 से भी ज्यादा लोगों को जोड़कर रोजगार दिया गया है। महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत बन रही हैं। यहां महिलाएं बेहद उत्साहित होकर काम कर रहीं हैं।
दरअसल, जिले में सीएम भूपेश बघेल ने हारम में फैक्ट्री का शुभारंभ किया था। हारम के बाद बारसूर, कटेकल्याण में भी डैनेक्स की यूनिट स्थापित की जा चुकी है। काम करने से पहले महिलाओं को उच्च स्तर का सिलाई मशीन का प्रशिक्षण भी दिया गया था। महज डेढ़ साल में ही जिले की महिलाओं ने 66 करोड़ के 11 लाख कपड़ों की सिलाई कर ली है। जो अपने आप में ऐतिहासिक है।
डैनेक्स गारमेंट फैक्ट्री की शुरुआत कर दंतेवाड़ा जिला और जिलों के लिए मिसाल बन गया है। बस्तर जैसे नक्सल प्रभावित इलाके में लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए इसका बड़ा फायदा मिलेगा। दंतेवाड़ा की फैक्ट्री में सिले गए कपड़े देश के कई शहरों में भिजवाए जा रहे हैं। अब तक जिले की पहचान नक्सलवाद के नाम से हुआ करती थी, अब उसे गारमेंट फैक्ट्री के नाम से जाना जा रहा है।