कोरबा में लिथियम के बाद अब दुर्लभ खनिज यूरेनियम की होगी खोज

तहलका न्यूज कोरबा// ऊर्जा नगरी कहे जाने वाले कोरबा जिले में अब यूरेनियम की खोज की जाएगी, इससे पहले कोरबा में लिथियम का भंडार मिल चुका है। इसके बाद अब यहां यूरेनियम की संभावना तलाशी जा रही है। छत्तीसगढ़ शासन के खनिज साधन विभाग में एक आदेश जारी किया है, जिसमें कोरबा के दार्शनिक स्थल कोसगाई के समीप गांव, धनगांव गढतारा में यूरेनियम के लिए सर्वेक्षण की बात कही गई है। आने वाले पांच वर्षों के लिए परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय इस गांव में अनुसंधान करेगा। गांव के एक सीमित क्षेत्र को आरक्षित कर दिया गया है। जहां यूरेनियम के भंडार की तलाश शुरू की जाएगी। धनगांव-गढ़तारा को आने वाले पांच वर्ष की अवधि के लिए परमाणु खनित अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय को सौंपा गया है। जहां, वह अनुसंधान करेंगे। छत्तीसगढ़ के खनिज साधन विभाग के जारी आदेश के अनुसार इस गांव के पांच वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को आरक्षित किया गया है। जहां परमाणु खनिज रियायत नियम 2016 के तहत यूरेनियम, लिथियम और एसोसिएटेड मिनरल का पूर्वेक्षण कार्य किया जाएगा।
क्या है यूरेनियम
यूरेनियम का उपयोग सेना द्वारा परमाणु पनडुब्बियों और परमाणु हथियारों को शक्ति प्रदान करने के लिए किया जाता है। यूरेनियम का उपयोग परमाणु बिजली उत्पादन के लिए भी किया जा रहा है। दुनिया भर के ज्यादातर विकासशील देश जिसमें भारत भी शामिल है। वह अभी कोयला आधारित बिजली पर निर्भर है। लेकिन विकसित देश अब परमाणु पर आधारित बिजली के उत्पादन की तरफ बढ़ रहे है। इसके लिए यूरेनियम का उपयोग किया जाता है। यूरेनियम पृथ्वी पर पाए जाने वाला बेहद दुर्लभ खनिज पदार्थ है। एक किलो यूरेनियम की कीमत लगभग तीन करोड रुपये है।