कबीरधाम विशेष

कवर्धा : घटनास्थल पर पहुंची टीम, आरोपियों के मोबाइल और जरूरी दस्तावेज मांगे

राजमाता के भांजे विश्वनाथ पिता वीएन नायर (57) की इंदौरी स्थित फार्म हाउस में हत्या हुई थी। हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी, जिस पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में 3 फरवरी को सीबीआई की टीम इंदौरी स्थित फार्म हाउस पहुंची थी। क्राइम सीन (अपराध वाली जगह) की बारीकी से जांच की।

मामले से जुड़े तमाम लोगों से बातचीत की। साथ ही जांच करने वाले पुलिस विभाग के अधिकारियों से भी टीम ने चर्चा की। फिलहाल सीबीआई ने इस मामले पर एफआईआर दर्ज कर ली है और इसकी विस्तृत जांच के लिए जल्द ही दोबारा कवर्धा पहुंच सकती है। सीबीआई की टीम ने पुलिस विभाग से मामले में की गई जांच के कुछ दस्तावेज भी मांगे थे, जिसे उन्हें सौंप दिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों के मोबाइल व सिम भी सीबीआई को सौंपी गई है।

इसके अलावा टीम के अधिकारी अपने स्तर पर छानबीन कर रहे हैं। एसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि सीबीआई की टीम मामले की जांच के लिए आई थी। मामले से जुड़े लोगों से बात की है। घटना से संबंधित सभी दस्तावेज पुलिस ने सीबीआई को उपलब्ध कराया है।

सुपारी किलिंग का शक, पुलिस जांच पर परिजन को भरोसा नहीं
पीड़ित परिजन ने मामले में सुपारी किलिंग की आशंका जताई है। मृतक विश्वनाथ की पत्नी ज्योति नायर सहित परिवार के सदस्यों ने हत्या को षड्यंत्र बताया। उन्होंने पहले स्थानीय पुलिस अफसरों से इसकी शिकायत की थी। फिर पुलिस मुख्यालय सहित राज्य शासन से भी शिकायत कर हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। कोई कार्रवाई नहीं होने और पुलिस जांच पर भरोसा न होने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इसके बाद सीबीआई को जांच का आदेश दिया गया है।

जानिए, इन 3 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सीबीआई कर रही जांच

वसीयत और संपत्ति विवाद: मृतक की पत्नी ज्योति नायर ने याचिका में बताया था कि कवर्धा राजमाता ने अपने बेटे के साथ ही बेटियों के नाम से भी संपत्ति को लेकर वसीयत तैयार की थी। इसमें बेटियों के साथ ही भांजे विश्वनाथ (मृतक) के नाम पर भी संपत्ति है। इसे चुनौती देते हुए मामला कोर्ट में चल रहा है। बेटियों ने विश्वनाथ को पावर ऑफ अटार्नी भी दिया है। इसके आधार पर विश्वनाथ कोर्ट की लड़ाई लड़ रहा था।

साक्ष्य नहीं जुटाए, आरोप: पीड़ित परिजन का आरोप है कि राजपरिवार के फार्म हाउस में हुई हत्या के इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। आरोप है कि जिस कार से लोहे की राॅड वगैरह की जब्ती की गई, उसकी जांच कर फिंगर प्रिंट वगैरह नहीं लिए गए। साथ ही सुपारी किलिंग की आशंकाओं पर भी जांच नहीं की।

मिली थी धमकी: पीड़ित परिजन ने बताया था कि विश्वनाथ की मौत के पहले उसे संपत्ति विवाद के इस केस में नहीं पड़ने की धमकी दी गई थी और खून- खराबा होने की चेतावनी दी थी। इन्हीं सब कारणों से संपत्ति विवाद के चलते विश्वनाथ नायर की हत्या का शक गहराया। पुलिस ने जांच के दौरान इसे भी गंभीरता से नहीं लिया।

Related Articles

Back to top button