रेत माफिया पर कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी; कहा- छन्नी साहू की जान को खतरा
राजनांदगांव में खुज्जी से कांग्रेस विधायक छन्नी साहू को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। उनके समर्थन में सोमवार को साहू समाज सड़क पर उतर आया। पैदल मार्च करते हुए समाज के तमाम लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। रेत माफिया पर 3 दिन में कार्रवाई नहीं करने पर समाज की ओर से उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। कहा कि विधायक की जान को खतरा है। प्रशासन उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करे।
राजनांदगांव जिला साहू संघ के पदाधिकारी और सदस्य सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंच गए। पैदल मार्च और नारेबाजी करते पहुंचे समाज के लोग विधायक छन्नी साहू के मामले में काफी आक्रोशित थे। कलेक्टर को 3 बिंदुओं पर ज्ञापन सौंपा गया है।
- उन रेत माफियाओं और उनसे संलग्न लोगों के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए, जिन्होंने अपने अवैध व्यवसाय के पर्दाफाश होने के डर से विधायक के पति के ऊपर कार्रवाई के लिए षड्यंत्र रचा है।
- विधायक के पति के ऊपर बिना जांच-पड़ताल एक पक्षीय कार्रवाई की गई है। इसे वापस लिया जाए।
- रेत माफिया से विधायक की जान को खतरा है। विधायक ने अपने सुरक्षाकर्मियों लौटा दिए और पुलिस के सामने स्कूटी से चली गईं। बावजूद इसके उनकी सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई। यह चिंताजनक है। महिला विधायक को शीघ्र सुरक्षा प्रदान की जाए। अगर कोई अनहोनी होगी तो प्रशासन जिम्मेदार होगा।
समाज के पदाधिकारी बोले- राजनीति से प्रेरित है घटनाक्रम
साहू समाज के जिलाध्यक्ष कमल किशोर साहू ने कहा कि खुज्जी विधानसभा क्षेत्र की महिला विधायक छन्नी साहू के साथ हो रहा सारा घटनाक्रम राजनीति से प्रेरित है। इसके चलते साहू समाज में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि विधायक के साथ हो रहे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही आरोप लगाया कि रेत माफिया को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। चेतावानी दी गई कि 3 दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो चक्काजाम कर प्रदर्शन किया जाएगा।
दो दिन पहले विधायक ने लौटाई थी सुरक्षा, पति की हुई थी गिरफ्तारी
कांग्रेस विधायक छन्नी साहू के पति चंदू साहू पर ट्रैक्टर ड्राइवर बीर सिंह ने एट्रोसिटी एक्ट के तहत दिसंबर महीने में छुरिया थाने में केस दर्ज कराया था। आरोप है कि विधायक पति ने उसे जातिगत गाली और जान से मारने की धमकी दी है। इसके बाद शनिवार को विधायक खुद पति को लेकर एसपी ऑफिस पहुंची थी। इसके बाद पुलिस ने उनके पति को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं विधायक ने सुरक्षा गार्ड, 3 पीएसओ, सरकारी गाड़ी को भी लौटा दिया था और स्कूटी से वहां से निकल गईं थीं।