नरसिंह की निःशब्द विदाई: नंदनवन की शान ने कहा अलविदा
नहीं रहा नंदनवन का शेर ‘नरसिंह’: ढाई महीने की बीमारी के बाद मौत

. रायपुर। नंदनवन के नरसिंह की ढाई महीने की लंबी बीमारी के बाद निधन की खबर ने क्षेत्रवासियों को गहरे शोक में डुबो दिया है। नरसिंह नंदनवन चिड़ियाघर के प्रमुख आकर्षणों में से एक थे और उनकी मृत्यु ने न केवल चिड़ियाघर के कर्मचारियों को, बल्कि आगंतुकों को भी स्तब्ध कर दिया है।
नरसिंह की बीमारी की शुरुआत लगभग ढाई महीने पहले हुई थी, जब उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हुईं। चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने उनकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन बावजूद इसके उनकी तबियत में सुधार नहीं हुआ। अंततः, लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया।
नरसिंह की मृत्यु से नंदनवन चिड़ियाघर में शोक की लहर दौड़ गई है। उनकी अनुपस्थिति चिड़ियाघर के पर्यटकों के लिए भी खल रही है, जो उन्हें एक प्रमुख आकर्षण मानते थे। उनकी यादें और योगदान हमेशा चिड़ियाघर में जीवित रहेंगी।
नरसिंह की मृत्यु ने यह भी सिद्ध कर दिया कि वन्यजीवों की देखभाल और उनके स्वास्थ्य पर ध्यान देना कितना महत्वपूर्ण है। उनकी देखभाल में हुई कमी के कारण ही उनकी स्थिति बिगड़ी, जो एक गंभीर चिंता का विषय है।
नरसिंह की मृत्यु के बाद, चिड़ियाघर प्रशासन ने उनकी देखभाल में हुई कमियों की जांच शुरू कर दी है। आशा की जाती है कि इस घटना से वन्यजीवों की देखभाल में सुधार होगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
नरसिंह की यादें हमेशा नंदनवन चिड़ियाघर में जीवित रहेंगी। उनकी मृत्यु ने वन्यजीवों की देखभाल की महत्ता को एक बार फिर से उजागर किया है।