छत्तीसगढ़िया सांसद पर बहस:BJP बोली-तुलसी को सदन भेजकर कांग्रेस ने स्थानीय लोगों का हक मारा मंत्री चौबे का जवाब-सलाह की जरूरत नहीं

छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे ने अपने ताजा बयान में भाजपा के प्रति तल्खी दिखाई है। प्रदेश के कृषि विवि में स्थानीय कुलपति नियुक्त करने की बात का समर्थन करने वाली कांग्रेस को भाजपा राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी के नाम पर छेड़ रही है। शुक्रवार को अपने रायपुर स्थित बंगले में रविंद्र चौबे ने इसका जवाब दिया।चौबे ने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ में विरोधी दल के रूप में हैं, उसे सिर्फ अपनी ड्यूटी करना है, यहां कुलपति की नियुक्ति को लेकर छत्तीसगढ़ के विद्वानों के सम्मान के संबंध में मुख्यमंत्री ने आग्रह किया था। अब पार्लियामेंट में छत्तीसगढ़ के लोगों का सम्मान हमेशा से कांग्रेस पार्टी करती है आई है। अपर हाउस (राज्य सभा) में किसे भेजना है, इस मामले में हमें भाजपा के किसी सलाह की जरूरत ही नहीं है।
इधर इस्तीफे की मांग उठी
इस मामले में पूर्व मंत्री और बस्तर से भाजपा के बड़े नेता केदार कश्यप ने कहा कि कुलपति नियुक्ति को विवादास्पद बनाने से यह साफ़ हो गया कि कांग्रेसी समाज विशेष को लाभ पहुंचाने या दस जनपथ के चाटुकारों को छत्तीसगढ़ियों का हक़ छीन कर दे देने के लिए ऐसे प्रपंच रचते हैं।उन्होंने कहा कि के. टी. एस. तुलसी जैसे व्यक्ति को जिन्हें छग से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें यहां से राज्यसभा भेजकर बघेल ने न केवल छत्तीसगढ़ के हक़ पर बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के हितों पर भी कुठाराघात किया है। कांग्रेस आगे से केटीएस तुलसी जैसी ग़लती न दुहराये। कांग्रेस सांसद तुलसी से इस्तीफ़ा दिलवाकर और उस सीट से किसी स्थानीय कार्यकर्ता को अवसर देकर कांग्रेस को अपने पापों का प्रायश्चित करना चाहिए।