प्रदेश में अब ‘गोबर’ से बनाया जाएगा बिजली, सरकार ने 5 कंपनियों के साथ प्लांट लगाने हेतु किया करार
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में चल रहे ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत ख़रीदे गए गोबर से बिजली उत्पादन करने की कवायद जारी है। इसके लिए अब सरकार ने पांच कंपनियों के साथ गोबर से बिजली बनाने हेतु प्लांट लगाने का करार किया है। जानकारी के मुताबिक़ ये कंपनियां 10-10 करोड़ रुपए का निवेश करने को तैयार हैं। इसके बाद निजी क्षेत्र की डेयरी फार्म के गोबर और शहरों से इकट्ठा कचरे का भी उपयोग बिजली उत्पादन में किया जा सकेगा। बता दें कि कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे की अध्यक्षता में मंत्रालय भवन में हुई गोधन न्याय मिशन की पहली बैठक में अधिकारियों ने यह जानकारी दी। वहीं अधिकारियों ने बताया, ‘4 हजार 43 गौठानों में मल्टी एक्टिविटी संचालित है। इसके अंतर्गत कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र सहित प्रसंस्कृत उत्पाद, यूटिलिटी प्रोडक्ट्स, हस्त शिल्प, विशिष्ट एवं अन्य उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। गोठानों में 152 तेल मिल, 173 दाल मिल, 105 आटा मिल, 973 मिनी राइस मिल तथा 144 अन्य मिलों सहित कुल 1547 इकाइयों की स्थापना की कार्ययोजना पर अमल शुरू कर दिया गया है। अब तक 868 प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं।’