बिलासपुर में हड़ताल से कामकाज ठप:रायगढ़ की घटना के विरोध में धरने पर बैठे तहसीलदार, पटवारी, दूसरे कर्मचारी संगठनों का भी समर्थन; भटकते रहे लोग
रायगढ़ में नायब तहसीलदार व कर्मचारियों के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार के बाद छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले बिलासपुर में राजस्व अधिकारियों के साथ ही पटवारी और उनके स्टॉफ ने धरना देकर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिले के तहसील कार्यालयों में कामकाज ठप रहा। हड़ताल के चलते राजस्व संबंधी काम लेकर पहुंचे लोग भटकते रहे।
प्रदेश भर में हड़ताल का असर सोमवार की सुबह से बिलासपुर जिले में भी देखा गया। तहसील न्यायालयों के सभी अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर हैं और उनके दफ्तरों में ताला लगा है। इस दौरान अधिकारी-कर्मचारियों के साथ पटवारियों ने जिला मुख्यालय नेहरू चौक में धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नायब तहसीलदार के साथ मारपीट करने वाले वकीलों की गिरफ्तारी की मांग की। उनके इस हड़ताल को लिपिक संघ, शासकीय तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ सहित अन्य संठगनों ने भी समर्थन दिया है।
तहसील ऑफिस के मेन गेट पर जड़ा ताला
कनिष्ठ अधिकारी संघ के साथ ही पटवारी संघ ने हड़ताल के चलते तहसील ऑफिस के मेन गेट में ही ताला जड़ दिया और सभी अधिकारी-कर्मचारी नेहरू चौक में धरने पर बैठ गए। इसके अलावा जिले के मस्तूरी, बिल्हा, सकरी, रतनपुर, कोटा सहित अन्य राजस्व दफ्तरों के कर्मचारी धरना स्थल पहुंच गए।
पूरे दिन ठप रहा कामकाज, भटकते रहे लोग
सोमवार को हड़ताल के चलते राजस्व कार्यालय में काम लेकर पहुंचे आम लोगों को भटकना पड़ा। आय, निवास, जाति प्रमाण पत्र के साथ ही राजस्व रिकॉर्ड दुरुस्त कराने, नामांकन सहित अन्य काम के लिए रोज तहसील ऑफिस में सैकड़ों लोग पहुंचते हैं। सोमवार की सुबह से दोपहर तक लोग ऑफिस का चक्कर लगाते रहे। हड़ताल के चलते उनका काम नहीं हुआ और उन्हें वापस लौटना पड़ा।