तेज रफ़्तार हाईवा ने महिला को कुचला, लोगों ने किया चक्काजाम

दुर्ग | पुलगांव थाना क्षेत्र के बेलौदी-भेड़सर मार्ग पर रविवार की सुबह साइकिल से दुर्ग आ रही 32 वर्षीय रोहिला बाई पटेल को तेज रफ्तार हाईवा ने कुचल दिया। महिला सुबह करीब 8 बजे अपने मायके भेड़सर से दुर्ग में शादी समारोह में शामिल होने निकली थी। कोडियाडीह के किसान देवेंद्र देशमुख के खेत के पास हाईवा सीजी 07 बीडी 2294 ने महिला को सामने से ठोकर मार दी। गाड़ी सोहन लाल चला रहा था।सिर पर गंभीर चोट लगने से महिला ने मौके पर दम तोड़ दिया। घटना के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे। इस बीच मृतका के बहन का पुत्र वासुदेव मौके पर पहुंचा। इस बीच डायल 112 ने महिला को गाड़ी में लेटाया। बहन का बेटा साढ़े 4 घंटे तक शव को अपने गोद में बैठाकर रखा रहा। पुलिस पूरे समय गुमराह करते रही, लेकिन गांव के एक चिकित्सक ने पहले ही महिला को मृत बता दिया था।
हादसे के तुरंत बाद महिला की मौत हो गई थी। लेकिन पुलिस पहुंची और उसे जिंदा बताकर गाड़ी में रख दिया। महिला की बड़ी बहन का बेटा वासुदेव शव के साथ गाड़ी में 4 घंटे तक बैठा रहा। पुलिस मृत को जिंदा बताकर अस्पताल ले जाने का प्रयास करते रही, लेकिन ग्रामीणों ने गाड़ी को मौके हटने नहीं दिया। इस बीच भारी वाहनों के गांव के अंदर से प्रवेश पर रोक लगाने और मुआवजा की मांग करते रहे।
प्रत्यक्षदर्शी फुलेंद्र कुमार ने बताया कि घटना सुबह 8 से 8.30 बजे के बीच हुई। महिला की मौत होने के बाद ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। ग्रामीणों ने उसका पीछा करके पकड़ा और गुस्से में उसके साथ मारपीट की। पुलिस ड्राइवर को एक अन्य गाड़ी में लेकर प्रदर्शन खत्म होने तक बैठी रही। मालिक को मौके पर बुलाने की बात कहकर पुलिस आक्रोषित भीड़ को शांत करने का प्रयास करते रही।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि महिला की शादी सेलूद में शिवकुमार से हुई थी। पति की प्रताड़ना और नशे की लत से परेशान होकर महिला अपने मायके में रहने लगी थी। वह अपने तीन बच्चों के साथ मायके में रहती थी। गांव के ही किसान के यहां काम करती थी। रविवार को वह शादी समारोह में शामिल होने के लिए घर से दुर्ग जाने के नाम पर निकली थी। बच्चे घर पर ही थे।
महिला के परिजन के मुताबिक महिला की मौत के बाद दोपहर करीब डेढ़ बजे प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद की बाकी 15 हजार एफआईआर के बाद दिलवाने का आश्वासन दिया। शव लेकर जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि पीएम करने वाला डॉक्टर रायपुर चला गया है। पुलिस अधिकारियों ने पीएम कराने के लिए दूसरे डॉक्टर से बात की,उन्होंने फोन नहीं उठाया।