चौकी खोलने की मांग को लेकर हंगामा:लोग बोले-क्षेत्र में बढ़ रहीं हत्या, लूट, डकैती जैसी घटनाएं; दो घंटे तक किया चक्काजाम, जमकर की नारेबाजी
बिलासपुर के तोरवा क्षेत्र में डकैती, हत्या, लूट और चोरी के बढ़ते अपराध को देखते हुए नए चौकी खोलने की मांग को लेकर शुक्रवार को लोगों ने दो घंटे तक चक्काजाम कर दिया। हंगामे और नारेबाजी के बीच महिलाओं और ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान अफसरों ने ग्रामीणों को चौकी की व्यवस्था करने करने का भरोसा दिलाया है।
तोरवा क्षेत्र के लालखदान और महमंद में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसके चलते यहां रहने वाले ग्रामीण भयभीत और दहशत में हैं। शुक्रवार की सुबह 10 बजे महिलाओं के साथ ग्रामीणों ने भीड़ ने लालखदान चौक में बिलासपुर-मस्तूरी मार्ग में चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि क्षेत्र में अपराधियों पर लगाम लगाने और लोगों की सुरक्षा के लिए चौकी खोले जाए। इस दौरान ग्रामीणों ने नारेबाजी कर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। चक्काजाम की सूचना मिलते ही एडिशनल SP उमेश कश्यप, CSP स्नेहिल साहू और TI सुरेंद्र स्वर्णकार सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। इस दौरान ग्रामीणों को समझाइश दी गई। करीब दो घंटे के प्रदर्शन और चौकी खोलने के आश्वासन के बाद चक्काजाम खत्म हुआ।
ग्रामीण बोले-अपराधियों का गढ़ बन गया है इलाका
चक्काजाम और प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि लालखदान-महमंद अपराधियों का गढ़ बन गया है। गुंडागर्दी, चोरी, डकैती, लूट, हत्या जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है। ऐसे में लोगों की सुरक्षा के लिए नए पुलिस चौकी की आवश्यकता है। ताकि, अपराधियों में पुलिस का खौफ रहे।
दो घंटे तक परेशान रहे यात्री, बस सहित अन्य वाहनों की लगी कतार
शुक्रवार सुबह से चक्काजाम के चलते बिलासपुर-मस्तूरी मार्ग में जाने वाले लोग परेशान होते रहे। हालांकि, पुलिस ने लालखदान ओवरब्रिज के पास से चौकसे कॉलेज अंडरब्रिज के रास्ते रूट को डायवर्ट कर दिया था। लेकिन, इस मार्ग में दो पहिया व छोटे चार पहिया वाहनों की आवाजाही बस हो रही थी। वहीं यात्री बस सहित भारी वाहनों की दो घंटे तक कतार लगी रही और लोग परेशान होते रहे।
ASP बोले- चौकी की करेंगे व्यवस्था
एडिशनल SP उमेश कश्यप ने कहा कि ग्रामीणों की मांग पर लालखदान-महमंद में नए चौकी की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया गया है। इसके लिए ग्राम पंचायत को शासकीय भवन उपलब्ध कराने कहा गया है। ताकि, पुलिसकर्मियों के बैठने और काम करने की व्यवस्था हो।