हाल बेहाल:खारुन नदी के किनारे बसे खुड़मुड़ी में तीन बड़े कारखाने लेकिन अब तक गांव में नहीं हो सका है विकास कार्य

खारून नदी के खुड़मुड़ी-मुरेठी घाट पर निजी कंपनी द्वारा स्टॉप डैम का निर्माण कराया गया है। इसके चार गेट ग्राम पंचायत खुड़मुड़ी अंतर्गत आते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश बनने के पूर्व से ही एमपी औद्योगिक केंद्र विकास निगम रायपुर द्वारा 8 अप्रैल 1997 को यह निर्णय लिया गया था कि भविष्य में कोई खेत यदि नियमों के तहत डुबान क्षेत्र के अंतर्गत आता है, तो शासन के माध्यम से उसका निरीक्षण कराकर निर्धारित मुआवजा किसानों को दिया जाएगा। साथ ही यदि फसल भी बाढ़ से प्रभावित होता है तो मुआवजा दिया जाएगा।
लेकिन ग्राम खुड़मुड़ी के किसानों की मानें तो उन्हें अभी तक किसी प्रकार की कोई मुआवजा राशि प्राप्त नहीं हुई है। गांव के विकास कार्य की बात की जाए तो एक वर्ष पूर्व ग्राम खुड़मुड़ी के तालाब में पचरी निर्माण करवाया गया था। इसके अलावा क्षेत्र के तीनों कारखानों से ग्राम खुड़मुड़ी को अभी तक किसी प्रकार का कोई लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि बेमेतरा जिले के अंतिम ग्राम खुड़मुड़ी जो, की खारुन नदी से लगा हुआ है।
दूसरे छोर पर बसे मुरेठी में हुए विकास कार्य
ग्रामीणों ने बताया कि खारुन नदी के दूसरे छोर पर बसे ग्राम पंचायत मुरेठी में कारखानों द्वारा अब तक़ कई निर्माण कार्य किए जा चुके है। साथ ही मुरेठी गांव वालों को सांस्कृतिक कार्यक्रम के अवसर पर कई बार आर्थिक सहयोग भी प्राप्त होता रहा है। लेकिन खुड़मुड़ी को अब तक ऐसी कोई सहयोग नही मिली है। इससे वे स्वयं को ठगा हुआ महसूस करते है। अब भी ग्रामीण मुआवजे की राशि और अपने गांव में निर्माण विकास कार्य को लेकर इंतजार कर रहे है।

कारखाने से डैम में छोड़ा जाता है गंदा पानी
इधर नदी के पानी की बात करें तो आसपास के कारखाने से बड़ी मात्रा में गंदा पानी छोड़ा जाता है। इससे पानी खराब हो रहा है। इस कारण नदी के पानी का उपयोग ग्रामीण नहीं कर पा रहे है। डैम पर जलकुंभी भी आ चुके है। पानी से अब दुर्गंध आना शुरू हो गया है। इस ग्राम खुड़मुड़ी के लोगों को दिक्कत होती है। वही नदी में मछली भी नहीं मिल रहे। इससे क्षेत्र के मछुआरों को आर्थिक नुकसान हो रहा।
पूर्व सरपंच ने की थी मुआवजे की मांग
इस संबंध में ग्राम पंचायत खुड़मुड़ी सचिव जगदीश यादव ने बताया कि अधिक बारिश होने पर किसानों की भूमि डुबान क्षेत्र में आता है। इसके मुआवजे के लिए ग्राम पंचायत खुड़मुड़ी के पूर्व सरपंच इसराम निषाद द्वारा मांग किया गया था, लेकिन अभी तक़ ग्रामीण किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि वे एक वर्ष से ग्राम पंचायत खुड़मुड़ी में कार्यरत है। उनकी जानकारी में ग्राम पंचायत खुड़मुड़ी के साथ किसी भी कारखाने का कोई अनुबंध नहीं हुआ है।