सुपोषण अभियान: आंगनबाड़ियों में नौनिहालों को भा रहा अंडे का स्वाद
बच्चे समाज का भविष्य होते हैं। मजबूत भविष्य नींव के रूप में बच्चों के बेहतर पोषण और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में तहत जिले में 06 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषण आहार दिया जा रहा है। गरम भोजन के साथ अतिरिक्त पोषण आहार के रूप में जिले में रेडी टू इट के साथ ही सप्ताह में 5 दिन अण्डा भी बच्चों को खिलाया जा रहा है। जिसके सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं।जिले में भी सुपोषण अभियान को मजबूत करने के लिए हमर सुपोषित कोरिया अभियान की पहल के तहत 15 नवम्बर से मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को अण्डा वितरण शुरू किया गया है। अभियान के तहत 11 हजार 367 मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर पोषण आहार स्वरूप घर-घर जाकर सप्ताह में 05 अंडा उपलब्ध कराया जा रहा है।कलेक्टर कुलदीप शर्मा के मार्गदर्शन में अंडा खिलाये जाने की व्यवस्था में बदलाव करते हुए अब बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में ही उबले अंडे खिलाए जाने के आदेश दिए गए हैं। आज से आंगनबाड़ियों में बच्चों को अंडा खिलाया जा रहा है। बच्चे भी बेहद चाव से अंडे का स्वाद ले रहे हैं। प्रोटीन से भरपूर अंडे में आयरन, मिनरल और फोलिक एसिड भी मौजूद होते हैं, जो बच्चों के वजन बढ़ाने और विकास में मददगार होते हैं।
जिले में 54 सेक्टर, 1793 आँगनबाड़ियाँ, व्यवस्था के सुचारू संचालन का जिला स्तरीय अधिकारी करेंगे निरीक्षण
जिले के 54 सेक्टरों में कुल 1 हजार 793 आंगनबाड़ी केंद्र है, जिनमे विकासखण्ड बैकुंठपुर के 12 सेक्टर्स के 470 आंगनबाड़ी केंद्रों, विकासखण्ड भरतपुर के 11 सेक्टर्स के 313 आंगनबाड़ी केंद्रों, विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के 10 सेक्टर्स के 335 आंगनबाड़ी केंद्रों, विकासखण्ड सोनहत के 07 सेक्टर्स के 185 आंगनबाड़ी केंद्रों, विकासखण्ड खड़गवां के 11 सेक्टर्स के 412 आंगनबाड़ी केंद्रों एवं चिरमिरी के 03 सेक्टर्स के 78 आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रातः 11 से 11:30 बजे तक अण्डे उपलब्ध कराए जाएंगे जिसका निरीक्षण जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।