कवर्धा : कांग्रेसी नपं अध्यक्ष पर लगा अविश्वास प्रस्ताव का आरोप, 4 मई को होगी वोटिंग

कवर्धा । नगर पंचायत पांडातराई के अध्यक्ष के पद को लेकर आपस मे खिचा तानी तेज हो गई है। अध्यक्ष फिरोज खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 4 मई को दोपहर 12 बजे वोटिंग होना है। नगर पंचायत कार्यालय में होने वाले इस विशेष सम्मेलन में अध्यक्ष की कुर्सी छूटेगी या ताज बरकरार रहेगा, इसका फैसला होगा। हालांकि, बगावती पार्षदों के तेवर से अध्यक्ष की कुर्सी बचने की संभावना कम ही दिख रही है। चुनाव के 2 साल बाद से नगर पंचायत में शुरू हुआ सत्ता का संघर्ष नए मोड़ पर आकर खड़ा हो गया है। इसकी वजह कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई बताई जा रही है।
6 पार्षदों ने किए थे हस्ताक्षर, सभी कांग्रेस के: मिली जानकारी के मुताबिक 14 फरवरी को नगर पंचायत के 6 पार्षदों ने कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होकर अध्यक्ष फिरोज खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। इस प्रस्ताव में 6 पार्षदों के हस्ताक्षर हैं। इनमें वार्ड- 4 के पार्षद संतोष गेंड्रे, वार्ड- 6 की पार्षद सरोज जायसवाल, वार्ड- 11 के पार्षद जसबीर सिंह सलूजा, वार्ड- 14 की पार्षद तीजन बाई गेंड्रे, वार्ड- 7 की पार्षद सविता पाटस्कर और वार्ड- 9 की पार्षद प्रिया गुप्ता शामिल हैं।
जनिए क्यो बागी हुए 6 पार्षद
नगर पंचायत पांडातराई में अपने ही अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेस के 6 पार्षद बागी हो गए हैं। कलेक्टर को दिए अविश्वास प्रस्ताव में बगावत की वजह साफ लिखी है। कांग्रेस पार्षदों का आरोप है कि नपं पांडातराई के सभी निर्माण कार्यों के टेंडर में गड़बड़ी कर वित्तीय नुकसान पहुंचाया जा रहा है। बिना किसी प्रतिस्पर्धा के सभी टेंडर नपं अध्यक्ष फिरोज अपने फिक्स चहेते ठेकेदार को दे रहा है। आय-व्यय की जानकारी नहीं दी जाती है।
जानिए, दो तिहाई मत से होगा इस पर फैसला
नगर पंचायत पांडातराई में 15 पार्षद हैं, जिसमें कांग्रेस के 9 (अध्यक्ष मिलाकर), बीजेपी के 4 और 2 निर्दलीय पार्षद हैं। अध्यक्ष को छोड़ दें, तो कांग्रेस के 8 पार्षद बचते हैं। इसमें से 6 पार्षद अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में हैं। अधिनियम के तहत अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए दो तिहाई मत की जरूरी है। इस हिसाब से अगर अध्यक्ष के पक्ष में 10 वोट पड़ते हैं, तभी अध्यक्ष की कुर्सी बचेगी। लेकिन कांग्रेस के बगावती पार्षदों के तेवर से इस बात की संभावना कम ही दिख रही है। क्योंकि कांग्रेस के 6 पार्षद अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में हैं।