कोरोना एक साजिश…:तख्तियां लेकर प्रदर्शन 150 के खिलाफ महामारी एक्ट में केस दर्ज
राजधानी में आसपास के शहरों से करीब डेढ़ सौ लोग धरनास्थल पर इकट्ठा हुए और कोरोना को साजिश बताते हुए आधा घंटे तक प्रदर्शन किया। इनमें डाक्टर से लेकर सामाजिक कार्यकर्ता वगैरह थे और मास्क के विरोध में एक ने भी मास्क नहीं पहना था। करीब डेढ़ सौ की संख्या में इकट्ठा हुए ये लोग प्रदर्शन करके लौट गए, तब सोमवार शाम पुलिस ने इनके खिलाफ महामारी एक्ट का अपराध दर्ज कर लिया।इनमें से प्रमुख लोगों के नाम पुलिस को मिल गए हैं। बाकी की पहचान वीडियो से करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद सबकी गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस ने बताया कि यह प्रदर्शन किसी बैनर-तले नहीं था। लोग सोशल मीडिया पर प्रचार के जरिए इकट्ठा हो गए थे। इनमें रायपुर ही नहीं, बलौदाबाजार, दुर्ग, महासमुंद और राजनांदगांव समेत कई शहरों के महिला-पुरुष थे। प्रदर्शन के दौरान किसी ने मास्क नहीं लगाया और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया। इन लोगों के हाथों में दर्जनों तख्तियां थीं, जिनमें लिखा था कि कोरोना सामान्य फ्लू है, सिर्फ सर्दी-खांसी और बुखार होता है। साजिश के तहत लोगों को डराया जा रहा है। ऐसी तख्तियां भी थीं, जिनमें लिखा था कि हमारा शरीर है, हम तय करेंगे कि मास्क लगाना है या नहीं।पुलिस के मुताबिक प्रदर्शनकारी महिला-पुरुषों में डाक्टरों से लेकर सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। कोतवाली टीआई ने बताया कि यह प्रदर्शन एक तो बिना सूचना के किया गया। दूसरा, कोरोना जैसी महामारी को लेकर इन लोगों ने गाइडलाइन का पालन कर रहे आम लोगों को भ्रमित करने की कोशिश भी की। जिनके खिलाफ एफआईआर की गई है, उनके नाम पुलिस ने डॉ. सुशनराज, दीपक सारवान, नरेंद्र गुप्ता, दुष्यंत कुमार और सोनू ब्रम्हे आदि बताए हैं। हालांकि अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, वीडियो के आधार पर और लोगों की पहचान की जा रही है।