सावधान… नगर की ओर गिट्टी खदान, क्रांति, गरगरा व बदौरा डैम के आसपास घूम रहा बाघ, फुटप्रिंट से पुष्टि हुई
पंडरिया से महज 7 किलोमीटर दूर बाघ की मौजूदगी के संकेत मिले हैं। वन विकास निगम के कक्ष क्रमांक- 498 से निकलकर बाघ नगर की ओर गिट्टी खदान, क्रांति जलाशय, गरगरा व बदौरा में चहलकदमी कर रहा है। फुटप्रिंट (पंजों के निशान) से इसकी पुष्टि हुई है। वहीं बाघ का गारा बन चुके भेड़ व बछड़े के अवशेष रहमान कांपा के पास मिले हैं। निगरानी के लिए वन अफसरों ने मंगलवार को 3 जगहों पर नाइट विजन सीसी कैमरे लगाए हैं।बाघ के दहाड़ने की आवाज पिछले 28 दिसंबर से लोग सुनने की बात कर रहे हैं। कई जगहों पर पंजों के निशान मिले, जिससे इसके बाघ होने की पुष्टि की गई है। इससे पहले शुक्रवार को बदौरा रोड पर कोटना नाला में बाघ के ताजा फुट प्रिंट मिले थे। बाघ गिट्टी खदान, बदौरा मार्ग के जंगलों में सप्ताह भर से विचरण कर रहा है। वन विकास निगम क्षेत्र के कक्ष क्रमांक- 498 में ही अपना बसेरा बनाया हुआ है। वहां से निकलकर कर बाघ नगर की ओर गिट्टी खदान, क्रांति जलाशय,गरगरा व बदौरा में चहलकदमी कर रहा है।सोमवार को रहमान कापा के पहले गिट्टी खदान के पास ग्रामीण शिवकुमार साहू ने बाघ को देखने का दावा किया है। शिवकुमार ने बताया कि बाघ बड़े कछार के पास बंदरों को दौड़ा रहा था, जिसके कारण बंदर चिल्ला रहे थे। बंदरों के आवाज करने पर उन्होंने बाघ को घूमते हुए देखा।इस वन क्षेत्र के कक्ष क्रमांक- 498 व 499 में शराबियों, लकड़ी चोर, जुआरियों व पिकनिक मनाने बड़ी संख्या में लोग आते हैं। अब इन लोगों को सावधान रहना होगा। क्योंकि बाघ इसी क्षेत्र में है। कभी भी बाघ इन लोगों पर हमला कर सकता है। वन विभाग ने इसकी सूचना मुनादी कर क्षेत्र में दे दी है।वन विभाग के अफसर बाघ पर लगातार निगरानी रख रहे हैं। इसके लिए प्रतिदिन जंगलों में सीसी कैमरा अलग-अलग स्थानों में लगाया जा रहा है। इसके अलावा फुट प्रिंट के माध्यम से बाघ के गतिविधि व स्थान पर नजर रखी जा रही है। वन विभाग के एसडीओ जशवीर सिंह मरावी ने बताया कि बाघ के फुट प्रिंट मिले हैं। कैमरे लगाकर बाघ की निगरानी कर रहे हैं। सोमवार शाम शिकार करने की भी जानकारी मिली है। बदौरा क्षेत्र में जाने वाले लोगों व गांवों को सतर्क रहने कहा गया है।
क्षेत्र में घूम रहे बाघ ने दो मवेशियों का शिकार किया है, जिनके अवशेष पाए गए हैं। सोमवार को गिट्टी खदान मार्ग पर रहमान कापा के पास एक भेड़ के अंतड़ियां व अवशेष मिले हैं। इससे पहले करीब 8 दिन पहले रहमान कापा निवासी रज्जू पन्द्राम के बछड़ा का शिकार बड़े कछार के पास हुआ था।