लापरवाही: देवरीखुर्द के 3 मोहल्लों में एक दिन की आड़ में पानी सप्लाई, रोज बर्बाद हो रहा पानी |

वार्ड क्रमांक 42 शहीद चंद्रशेखर आजाद नगर(देवरीखुर्द)के अंतर्गत 200 घरों वाले पंचू सिंह नेता गली, 100 से अधिक घरों वाले पुराना पंचायत भवन क्षेत्र तथा 50-60 घरों वाली डाॅ.मुक्ता गली में सुबह या शाम चौबीस घंटे में एक ही बार पानी मिलता है, वह भी एक दिन की आड़ में। पार्षद लक्ष्मी यादव के मुताबिक तीन मोटर पंपों से पूरे क्षेत्र में सप्लाई की जाती है। इससे पर्याप्त पानी नहीं आता, इसलिए एक दिन की आड़ में बंटवारा करना पड़ता है। डेढ़ किलोमीटर दूर बूटापारा से पानी लाकर संप वेल में भर कर सप्लाई सुनिश्चित की जा सकती है, लेकिन आपरेटर नहीं है।
वार्ड की तीन में से दो टंकियां सूखी पड़ी हैं। वायरलेस मोहल्ला बेजा कब्जा में बसा है, जहां के 100 से अधिक परिवारों को एक-डेढ़ किमी दूर से पानी लाना पड़ता है। वार्ड क्रमांक 43 बंशीलाल नगर के पार्षद परदेसी राज ने बताया कि श्रीराम विहार, नहर नाला और बरखदान में पाइप लाइन ही नहीं है। 150 से अधिक परिवार यहां आकर पानी भरते हैं।
राजकिशोर नगर की पार्षद संध्या तिवारी का कहना है कि चंदन -3 के कई घरों में गंदे पानी की सप्लाई की समस्या आ गई। यह स्थिति तब है जब 12 साल में 81 करोड़ जल आवर्धन योजना पर तथा 301 करोड़ की अमृत मिशन योजना में अब तक250 करोड़ खर्च हो चुके हैं। बर्बाद होने वाले पानी को बचाने सर्वे कराया गया, तो रिपोर्ट मिली कि 2 करोड़ लीटर पानी रोज बर्बाद हो रहा है।
पानी बचाने के लिए स्कॉडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड एक्विजिशन) सिस्टम लागू नहीं हुआ। सेंसस टेक लिमिटेड नागपुर द्वारा 2017 से 2019 के बीच कराए सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक दो करोड़ लीटर पानी, लीकेज, वाल्व में खराबी, अवैध कनेक्शन आदि के कारण रोज बर्बाद हो जाता है। उस वक्त शहर में 53.83 एमएलडी पानी की सप्लाई की जाती थी।
वर्तमान में शहर में 72 एमएलडी पानी की सप्लाई की जा रही है। सर्वे रिपोर्ट के हिसाब से 525 ट्यूबवेल और 25 पानी टंकियों से रोज की जा रही 53.83 एमएलडी सप्लाई का 20.52 एमएलडी(दो करोड़ लीटर) पानी बरबाद हो जाता है। विकासशील देशों के लिए डब्ल्यूएचओ के मापदंड के मुताबिक प्रति व्यक्ति 135 लीटर पेयजल की सप्लाई स्टैंडर्ड है। इस हिसाब से हर रोज 148148 लोगों के पीने का पानी रोज बर्बाद हो जा रहा है।
-लीकेज, वाल्व में सुधार रुटीन में करवाते हैं। स्कॉडा लागू होने पर वास्तविक बचत होगी।शहर में 4 हजार से अधिक अवैध कनेक्शन होंगे। निगम में जुड़े नए क्षेत्रों का सर्वे नहीं हुआ है।राजकिशोर नगर की पानी टंकी जर्जर हो गई है। इससे पानी की बर्बादी तो होती है। देवरीखुर्द की 2 कोनी व खमतराई की 1-1 टंकी जर्जर है। 10 नई टंकियां बनाने का प्रस्ताव तैयार किया पर पैसे नहीं मिले।