राजनीति:बाजार की जमीन पर कृष्ण कुंज का विरोध अध्यक्ष बोले- दूसरी जगह देने को तैयार|

आखिरकार शहर के 4 एकड़ में फैले साप्ताहिक बाजार के एक एकड़ क्षेत्र में कृष्ण कुंज बनाना शुरू हो गया है। लेकिन व्यापारी और नगर पंचायत अध्यक्ष इसका विरोध कर रहे हैं क्योंकि इस क्षेत्र में नगर पंचायत मंगल भवन बनाने वाला था। इसी जगह पर 70 दुकानों का व्यवसायिक परिसर भी प्रस्तावित है। जिससे पंचायत की आय बढ़ सके और व्यापारियों को भी दुकान खोलने की सुविधा मिले।
वहीं बैठक में कृष्ण कुंज के निर्माण को लेकर भाजपा पार्षदों ने विरोध किया था तो वहीं कांग्रेसी पार्षदों ने निर्माण के लिए स्वीकृति दी थी। इधर नगर पंचायत पर भाजपा का कब्जा है और प्रदेश में सरकार कांग्रेस की है। इधर नगर पंचायत कृष्ण कुंज के लिए अलग से जमीन देने भी तैयार है।
व्यापारियों का कहना है कि खरोरा का व्यापार पहले ही खत्म हो चुका है और नगर की प्रमुख जगह पर कृष्ण कुंज बनने से ये और खत्म हो जाएगा। गुरुवार से साप्ताहिक बाजार की जमीन पर वन विभाग ने कृष्ण कुंज बनाना शुरू कर दिया है।
अध्यक्ष और पार्षद की सहमति के बिना ही गुरुवार को वन विभाग ने साप्ताहिक बाजार की जमीन का चयन कर लिया। इसके लिए बाकायदा बाजार की बेशकीमती 4 एकड़ जमीन में से लगभग एक एकड़ जमीन पर बाउंड्रीवॉल बनाकर कृष्ण कुंज का निर्माण शुरू कर दिया गया। इसका नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल सोनी और पार्षदों समेत व्यापारी विरोध कर रहे हैं। व्यापारी कृष्ण कुंज को किसी दूसरी जगह बनाने की मांग कर रहे हैं।
70 गांवों के 50 हजार लोग इस बाजार पर निर्भर
बता दें कि बड़े हजार के नाम से प्रचलित खरोरा का ये गुरुवार को लगाने वाला साप्ताहिक बाजार आसपास के 70 गांवों का केंद्र है। यहां दूरस्थ गांवों से फल, सब्जी, कपड़ा, पशु तक बिकते हैं। व्यापारियों सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने आते हैं। यानी 70 गांवों की 50 हजार आबादी इस बाजार पर निर्भर है। इस बाजार से नगर पंचायत को खासी आमदनी होती है इसलिए नगर पंचायत इसे आसानी से छोड़ने के मूड में नहीं है।
साप्ताहिक बाजार की जमीन पर बन रहे कृष्ण कुंज से 70 गांवों के लोगों मे भी भारी आक्रोश हैं। नगर के लोग और समाजसेवी अनिश्चितकालीन धरना करने की तैयारी में हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल सोनी ने कहा कि अधिकारियों की मनमानी नहीं चलेंगी। हमने कोर्ट में याचिका दायर कर रखी है और नगर के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। कृष्णा कुंज के लिए हम दूसरी जगह दे देते हैं जिससे किसी गरीब के पेट पर मार मत पड़े। शासन कृष्ण कुंज के नाम पर गरीबों के पेट पर लात मार रही है।