कवर्धा : अब सीबीआई टीम करेगी विश्वनाथ हत्याकांड की जांच, पुलिस की जांच पर पीड़ित परिवार को भरोसा नहीं

कवर्धा. पिपरिया थाना क्षेत्र के ग्राम इंदौरी स्थित फार्म हाउस में 26 जुलाई 2021 को राज परिवार के सदस्य विश्वनाथ नायर (57) की हत्या हुई थी। हाईकोर्ट के आदेश पर इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड की जांच सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) से कराई जा रही है। गुरुवार को दिल्ली से सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम कवर्धा पहुंची।
सुबह से ही इंदौरी स्थित फार्म हाउस में 3 घंटे से ज्यादा समय तक क्राइम स्पॉट पर हत्या का सीन रीक्रिएट कर देखा। चोरी करने के लिए आरोपी फार्म हाउस की छत से सीढ़ी के जरिए अंदर घुसे थे। फिर अरहर व सबमर्सिबल पंप की चोरी की।इस दौरान कमरे में सो रहे विश्वनाथ की नींद खुल गई और आरोपियों ने लोहे की रॉड से पीट-पीटकर उसे मार डाला। हत्या के बाद गले से सोने की चेन, कैश, मोबाइल लूटकर फरार हो गए। टीम के सदस्यों ने पूरे घटना का सीन रिक्रिएशन किया। बाकायदा वीडियो और फोटोग्राफी भी कराई। फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने नमूने भी जुटाए।
इससे पहले मोबाइल व अन्य दस्तावेज ले गए थे
केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम इससे पहले फरवरी में कवर्धा आई थी। मृतक विश्वनाथ नायर के मोबाइल, सिम अपने कब्जे में लिया था। साथ ही मामले में पुलिस द्वारा की गई जांच, जिन लोगों के बयान लिए थे, उसके लिखित दस्तावेज सीबीआई अपने साथ ले गई थी। पूरी केस स्टडी की अब क्राइम स्पॉट पर सीन रीक्रिएट कर तथ्यों का भौतिक सत्यापन करके देखा।
पुलिस की जांच पर पीड़ित परिवार को भरोसा नहीं
चोरी करने फार्म हाउस में घुसे 5 आरोपियों (इनमें 4 नाबालिग) ने लोहे की रॉड से पीट-पीटकर विश्वनाथ की हत्या की थी। पुलिस के इस दावे से पीड़ित परिवार इत्तफाक नहीं रखता। पुलिस की जांच पर भी उन्हें भरोसा नहीं है। इसलिए उन्होंने सीबीआई जांच कराने मांग की थी। इस पर हाईकोर्ट के आदेश पर जनवरी 2021 में सीबीआई जांच शुरू की गई है
इन 3 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सीबीआई कर रही जांच
वसीयत और संपत्ति विवाद: मृतक की पत्नी ज्योति नायर ने याचिका में बताया था कि कवर्धा राजमाता ने अपने बेटे के साथ ही बेटियों के नाम से भी संपत्ति को लेकर वसीयत तैयार की थी। इसमें बेटियों के साथ भांजे विश्वनाथ (मृतक) के नाम पर भी संपत्ति है। वसीयत को चुनौती देते हुए मामला कोर्ट में है। उनकी बेटियों ने विश्वनाथ को पावर ऑफ अटार्नी दिया है। इसके आधार पर विश्वनाथ कोर्ट की लड़ाई लड़ रहा था।
खून-खराबे की मिली थी धमकी: पीड़ित परिजन ने बताया था कि विश्वनाथ की मौत के पहले उसे संपत्ति विवाद के इस केस में नहीं पड़ने की धमकी मिली थी और खून-खराबा होने की चेतावनी दी थी। इन्हीं सब कारणों से संपत्ति विवाद के चलते विश्वनाथ नायर की हत्या का शक गहराया। आरोप है कि पुलिस ने जांच के दौरान इसे भी गंभीरता से नहीं लिया। जबकि इसे लेकर बार-बार सवाल उठे।
पुलिस पर साक्ष्य नहीं जुटाने का आरोप: पीड़ित परिजन का आरोप है कि राजपरिवार के फार्म हाउस में हुई हत्या के इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। आरोप है कि जिस कार से लोहे की राॅड वगैरह की जब्ती की गई, उसकी जांच कर फिंगर प्रिंट नहीं लिए गए हैं। साथ ही सुपारी किलिंग की आशंकाओं पर भी जांच नहीं की