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सरगुजा में दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव का किया गया आयोजन, श्री राम से जुड़ी है कई महत्वपूर्ण किस्से!

तहलका न्यूज सरगुजा// आषाढ़ महीने के पहले दिन उदयपुर के रामगढ़ स्थित विश्व की सबसे पुरानी नाट्यशाला में दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव का शनिवार्व्वशुभारंभ हो गया है, दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, इस आयोजन के मुख्य अतिथि सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के सांसद चिंतामणी महाराज है। मान्यताओं के मुताबिक रामगढ़ की पहाड़ियों में महाकवि कालिदास ने खंडकाव्य मेघदूत की रचना की थी।

रामगढ़ में पड़े थे भगवान राम के चरण: माना जाता है कि वनवास के दौरान प्रभु श्री राम रामगढ़ पहुंचे थे, राम के रामगढ़ आने का प्रमाण आध्यात्म रामायण में मिलता है। आध्यात्म रामायण के मुताबिक महर्षि जमदग्नि ने भगवान शंकर का बाण ‘प्रास्थलिक’ श्रीराम को दिया था। इस बाण का उपयोग राम ने रावण के साथ हुए युद्ध में किया, प्रास्थलिक की मदद से ही रावण का विनाश माना जाता है। रामगढ़ के निकट स्थित महेशपुर वनस्थली ही महर्षि जमदग्नि की तपोभूमि थी। इन प्रमाणों से राम के रामगढ़ आने की बातों को बल मिलता है।

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