हिंसा से प्रभावित सबसे ज्यादा जिले छत्तीसगढ़ में हैं। इसके बाद ओडिशा और झारखंड का स्थान

नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 72 से घटकर हुई 58
तहलका न्यूज रायपुर// देश में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या घट गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय और 10 प्रभावित राज्यों की व्यापक समीक्षा के बाद विशेष एसआरई वित्त पोषण योजना के तहत आने वाले वामपंथी उग्रवाद या नक्सल हिंसा प्रभावित जिलों की संख्या 72 से घटकर 58 रह गई है। हालांकि नक्सल हिंसा से प्रभावित सबसे ज्यादा जिले छत्तीसगढ़ में हैं। इसके बाद ओडिशा और झारखंड का स्थान है। वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) से संबंधित गृह मंत्रालय के विभाग ने इस सप्ताह की शुरुआत में इन राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) को एक पत्र जारी किया था। इसमें कहा गया था कि नया वर्गीकरण एक अप्रैल को नया वित्त वर्ष शुरू होने से प्रभावी होगा। गृह मंत्रालय ने वामपंथी या नक्सली हिंसा प्रभावित जिलों की आखिरी बार 2021 में समीक्षा की थी। उस समय 10 राज्यों में ऐसे 72 जिले थे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ताजा समीक्षा के बाद यह संख्या घटकर 58 रह गई है। उन्होंने कहा कि इन जिलों को एसआरई योजना के तहत विभिन्न अनुदान प्रदान किए जाते हैं।