अधूरी तैयारी: अगस्त में शुरू होनी थी फर्स्ट ईयर की कक्षाएं ,लेकिन अब तक एडमिशन ही पूरा नहीं हुआ

कॉलेजों में अगस्त के पहले सप्ताह से कक्षाएं शुरू हो जानी थी, लेकिन सितंबर में ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर की पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। प्रवेश में देरी की वजह से यह लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा। इसलिए रविवि की वार्षिक परीक्षा इस बार देर से होने की संभावना शुरुआत से ही बन गई है।उच्च शिक्षा के एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक बीए, बीकॉम, बीएससी समेत ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर के अन्य कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया जून-जुलाई में शुरू हुई। इस तरह से अगस्त के पहले सप्ताह से कक्षाएं शुरू हो जानी थी। लेकिन निर्धारित समय तक कॉलेजों में प्रवेश नहीं हो पाए।
कॉलेजों में सीटें अभी भी खाली
प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन की 1 लाख 66 हजार 252 सीटें हैं। ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर की करीब 70 हजार से अधिक सीटें खाली रह गई हैं। इस वजह से प्रवेश की तारीख बढ़ाकर 20 सितंबर कर दी गई। इसके अनुसार ही अभी कॉलेजों में दाखिले हो रहे हैं।फर्स्ट ईयर में अभी प्रवेश दिए जा रहे हैं, इसलिए कक्षाएं शुरू नहीं हाे पाई है। सितंबर में दूसरे सप्ताह से ही कक्षाएं शुरू होंगी। अक्टूबर में दिवाली, दशहरा की सप्ताहभर छुट्टी रहेगी। इसके अलावा अन्य छुट्टियों का भी पढ़ाई पर असर पड़ेगा।
कोरोना की स्थिति सामान्य होने और दाखिले की प्रक्रिया जून-जुलाई में शुरू होने से संभावना बनी थी कि सत्र पहले की तरह ही हो जाएगा। पढ़ाई और परीक्षाएं निर्धारित समय से होंगी। लेकिन सितंबर में क्लास शुरू नहीं होने से फिर से देरी की संभावना बन गई है। इस संबंध में अफसरों का कहना है कि जिन कॉलेजों में प्रवेश हुए हैं, उन्हें फर्स्ट ईयर की कक्षाएं शुरू कर देनी चाहिए। इस संबंध में कॉलेजों से चर्चा की जाएगी।