बोड़ला थाना क्षेत्र के मुड़घुसरी गांव की घटना,बीजा नाले में हाथ-पैर धो रही थी दादी व पोती बाढ़ आने से दाेनों बह गईं, दूसरे दिन मिली लाश

कबीरधाम जिले में रुक-रुककर हो रही बारिश के साथ ही हादसे भी हो रहे हैं। बोड़ला थाना क्षेत्र के मुड़घुसरी में शनिवार देर शाम बरसाती नाले (बीजा नाला) में दादी और पोती बह गई थी। दोनों के शव रविवार सुबह करीब 15 घंटे बाद बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि दोनों नाले में हाथ-पैर धो रहे थे। तभी अचानक से बाढ़ आ गई। पहाड़ी क्षेत्र होने से बारिश के दौरान बरसाती नाले में कभी भी पानी की मात्रा बढ़ जाती है।
बोड़ला टीआई व्यास नारायण चुरेन्द्र के मुताबिक मृतका सगोना बाई पति धनसिंह मरावी (65) और उसकी पोती ज्ञानेश्वरी मरावी (4) ग्राम मुड़घुसरी के रहने वाले थे। शनिवार को सगोना बाई अपने पति धनसिंह, बेटा हेमराज मरावी, बहू और पोती के साथ बीजा नाला के पास खेत में धान का रोपा लगाने गई थी। इसके बाद शाम करीब 4 बजे सगोना बाई अपनी पोती को लेकर बीजा नाला के पास हाथ-पैर धाेने के लिए गई। तभी नाले में अचानक तेज बहाव के साथ पानी आया दोनों दादी-पोती बह गईं।
काफी देर बाद भी दादी-पोती वापस नहीं आए, तो खेत में काम कर रहे परिजन उसे ढूंढते हुए नाले के पास पहुंचे। नाले में बाढ़ आई हुई थी। झाड़ियों में साड़ी फंसी दिख रही थी, लेकिन सगोना बाई का पता न था। बहाव तेज होने के कारण दुर्घटना के डर से ग्रामीण नाले में उतरने से घबरा रहे थे। इसलिए जल स्तर कम होने तक इंतजार करते रहे। इसके पश्चात तलाश शुरू किए।
शनिवार देर शाम बीजा नाले का जलस्तर कम होने पर दादी-पाेती की तलाश शुरू हुई। काफी खोजबीन के बाद घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर बावापथरा गांव में बच्ची का शव मिला। वहीं दादी सगोना बाई अब तक लापता थी। शनिवार रात ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने कोटवार व ग्रामीणों की मदद से खोजबीन कर दी। लेकिन रविवार सुबह सगोना बाई की लाश नाले में झाड़ियों में फंसी मिली।