मकान में लगी आग से आलमारी में रखे 20 हजार रुपए, बेड, कपड़े सब जलकर खाक, कर्ज चुकाने समूह से ली थी रकम
शनिवार की रात महिला के मकान में आग लग गई, जिससे कपड़े, बेड, ऑलमारी सहित पूरा मकान जलकर खाक हो गया। आग से ऑलमारी में रखे 20 हजार रुपए भी जल गए। हालांकि, सूचना पर दमकल मौके पर पहुंच गई थी। लेकिन, तब तक आग की लपेटें तेज हो चुकी थी। दमकल से आग को काबू में कर लिया गया। घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है।
तिफरा के यादव मोहल्ला निवासी कंचन मानिकपुरी तिफरा के यादव नगर में रहती है। वह रोजी मजदूरी करती है। घर में पति रूपदास मानिकपुरी, प्रदीप मानिकपुरी सहित अन्य सदस्य रहते हैं। प्रदीप वाहन चालक है। घटना शनिवार की रात करीब 8 बजे की है। बताया जा रहा है कि अचानक उनके घर से धुआं के साथ आग की तेज लपटें उठने लगी। जिसे देखकर आसपास के लोगों ने इस घटना की जानकारी दी। देखते ही देखते आग की लपेटें तेज हो गई और पूरा मकान जलकर खाक हो गया। मोहल्लेवालों ने इस घटना की सूचना नगर सेना के दमकल को दी और फायरमेन शेख सरवर और चालक तिजाहरुद्दीन ने आग को काबू में किया। लेकिन, तब तक सबकुछ जल कर नष्ट हो गया था।
भवन में बना रहे थे खाना
कंचन ने बताया कि जिस समय घर में आग लगी, उस समय वह अपने पति के साथ पास ही स्थित भवन में खाना बना रहे थे। मोहल्ले के युवकों ने आग लगने की खबर दी, तब वह दौड़ते हुए घर आई। लेकिन, तब तक मकान धू-धूकर जलने लगा था। इसके चलते आग बुझाने और सामानों को सुरक्षित रखने का मौका ही नहीं मिला।
बेटा गया था गाड़ी चलाने
प्रदीप ने बताया कि जिस समय घर में आग लगी, उस समय वह गाड़ी लेकर कोरबा गया था। आग लगने की खबर मिलने के बाद रात में वह अपने घर पहुंचा। आग से उसका सबकुछ जल गया है। उसकी मां ने कर्ज चुकाने के लिए महिला स्वसहायता समूह से 40 हजार रुपए कर्ज ली थी। जिसमें से 20 हजार रुपए को ऑलमारी में रखी थी। आग से नोट भी जलकर खाक हो गए।
आग लगी नहीं, लगाई गई थी
प्रदीप और उसकी मां कंचन ने बताया कि उनके घर में आग लगी नहीं है। बल्कि लगाई गई है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले वाले किसी लड़के को आग लगाकर भागते देखें हैं। लेकिन, अंधेरा होने के कारण उसकी पहचान नहीं हो पाई। उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है।