डिगमा इलाके की घटना:जहर से ग्रामीण की मौत, आरोप- धोखे से जमीन की रजिस्ट्री कराकर खिलाया जहर
बेटों ने परिवार की जमीन बेचने के बारे में पूछताछ की तो एक ग्रामीण गुरुवार सुबह घर से चला गया और देर शाम को लौटा तो नशे की हालत में आया। शहर से लगे डिगमा निवासी 50 वर्षीय ग्रामीण माखन के नशे में होने से परिजन ने ज्यादा बातचीत नहीं की। इसके बाद माखन अपने कमरे में सो गया। देर रात जब वह उल्टी करने लगा, तो पता चला कि उसने जहर खा लिया है। बेटों ने उससे पूछताछ की तो माखन कुछ नहीं बता पाया।
बेटे अपने पिता को मेडिकल काॅलेज अस्पताल ले गए, जहां कुछ समय बाद ही गुरुवार रात उसकी मौत हो गई। खास बात यह कि मृतक की 35 डिसमिल जमीन की कुछ दिन पहले ही रजिस्ट्री हुई है। इसी जमीन की बिक्री धोखे में रखकर कराने का आरोप बेटे लगा रहे हैं। मृतक का बेटा उदयलाल ने बताया कि पिता माखन ने गांधीनगर थाने में बुधवार को 35 डिसमिल जमीन की धोखे में रखकर रजिस्ट्री कराने की शिकायत कर कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इससे पूरा मामला ही संदेहास्पद हो गया है। इस बीच पिता की मौत होने से बेटे उदयलाल ने जमीन दलालों पर पिता को जहर देकर मारने का आरोप लगाया है।
सिलफिली में पत्नी के साथ रहता था माखन
उदयलाल ने बताया कि उनका डिगमा में जमीन और घर है। पिता और मां सिलफिली के पहाड़गांव में रहते हैं। पहाड़गांव में पिता के नाम कुछ जमीन है। वे वहीं रहकर खेती-किसानी करते थे। हम दोनों भाई डिगमा में अपने परिवार के साथ रहते हैं। डिगमा की जमीन का दोनों भाइयों में बंटवारा के लिए आवेदन किया है। इसके बाद डिगमा स्थित जमीन में 35 डिसमिल का हिस्सा किसी को रजिस्ट्री कराने का बारे में पता चला और बंटवारे की प्रक्रिया रुक गई