मेडिकल कॉलेज की भूमि तक जाने सड़क नहीं:इसके लिए करना होगा भू-अर्जन, कई एकड़ भूमि में अतिक्रमण भी, बोड़ला एसडीएम ने किया निरीक्षण
समीपस्थ ग्राम परसहा में मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि का चिन्हांकन किया गया है। इस कारण गांव में लगातार जिला प्रशासन के अफसरों का दौरा चल रहा है। पहले दिन स्वास्थ्य विभाग व दूसरे दिन गुरुवार को राजस्व विभाग के नायब तहसीलदार शशि नर्मदा पहुंची हुई थी। तीसरे दिन शुक्रवार को बोड़ला एसडीएम पीसी काेरी ने इस सरकारी भूमि का निरीक्षण किया। उन्हाेंने बताया कि सरकारी भूमि तक जाने के लिए सड़क की समस्या है। सड़क है भी वह जल संसाधन विभाग की है, जिसकी चौड़ाई कम है।
मेडिकल कॉलेज के लिए चौड़ी सड़क होना बेहतर है। ऐसे स्थिति में भू-अर्जन किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस भूमि तक जाने के लिए एक ही रास्ता है,जो गांव से होकर जाता है। यह भूमि नेशनल हाईवे से करीब एक किमी की दूरी पर है। फिलहाल उन्होंने मौके पर पटवारी से सभी जानकारी मांगी है। जल्द ही रिपोर्ट को जिला प्रशासन के पास भेजा जाएगा।
सभी प्रक्रिया स्वास्थ्य विभाग के देखरेख में होगी। इसी प्रकार इस भूमि पर अतिक्रमण किया जा चुका है। मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि फाइनल होने पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई होगी। परसहा गांव 3 वर्ष पहले चर्चित रहा है। गांव की समस्या को लेकर ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे थे। अब ग्रामीणों को उम्मीद है कि मेडिकल कॉलेज बनने से गांव का विकास होगा।
ग्रामीणों की बैठक में इसे लेकर खासा उत्साह रहा
मेडिकल कॉलेज की भूमि को लेकर ग्रामीणों में हर्ष है। भुखरू दास डहरिया, जोहन जांगड़े ने बताया कि इस भूमि में मेडिकल कॉलेज खोले जाने को लेकर आवेदन दिए है। अब आवेदन के आधार पर कार्रवाई हो रहीं है। यह गांव, ग्राम पंचायत प्रभाटोला अंतर्गत आता है। पूर्व सरपंच हकीम कुरैशी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को लेकर ग्रामीणों की बैठक हुई है। ज्यादातर ग्रामीण इस प्रोजेक्ट से खुश है। लगातार गांव में अफसरों का दौरा चल रहा है। अब उन्हें इंतजार है कि जल्द इस भूमि को लेकर राज्य सरकार घोषणा करे।