छत्तीसगढ़: कोयले की उपलब्धता में सुधार से सस्ता होगा सरिया
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरिया की कीमत इन दिनों रिकार्ड ऊंचाइ पर पहुंच गई है और रिटेल बाजार में 64 से 65 हजार रुपये टन बिक रही है। इसका मुख्य कारण नान पावर सेक्टर के उद्योगों में आई कोयले की किल्लत को माना जा रहा है। उद्योगपतियों का कहना है कि आने वाले सात से आठ दिनों में नान पावर सेक्टर के उद्योगों में कोयले की आपूर्ति में सुधार होगा और इसका असर सरिया की कीमतों पर भी पड़ेगा। संभावना जताई जा रही है कि सरिया की कीमतों में भी चार हजार रुपये टन तक की गिरावट आ सकती है। छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने बताया कोयला न मिलने को लेकर उन्होंने बुधवार को स्टील मंत्रालय और कोल मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की। उद्योगपतियों को आश्वासन मिला है कि अगले सात से आठ दिनों में कोयले की आपूर्ति सामान्य होगी और इसका असर सरिया की कीमतों में दिखेगा। पिछले दिनों 75 फीसद कोयला ले चुके नान पावर सेक्टर के उद्योगों को कोयला देने पर असमंजस की स्थिति बनी थी। जिससे कोयला पर रोक लगा दी गई। इसके कारण सरिया का दाम बढ़ गया था।
यह है मामला
बीते माह 29 जनवरी से नान पावर सेक्टर के उद्योगों को कोयला मिलना बंद हो गया है। बताया जा रहा है कि एसइसीएल ने कहा है कि जिन उद्योगों को इस वित्तीय वर्ष में 75 फीसद कोयला मिल चुका है, वे बचा हुआ कोयले का स्टाक नहीं ले सकते। इस प्रकार फरवरी व मार्च महीने में कोयला मिलना मुश्किल है।