छत्तीसगढ़ स्पेशलबिलासपुर जिला

वंदना अस्पताल में कब्जे को लेकर बवाल:

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में चर्चित वंदना अस्पताल में पार्टनरशीप को लेकर चल रहे विवाद के बीच गुरुवार की सुबह जमकर बवाल हो गया। इस दौरान अस्पताल के पार्टनर और भीड़ ने भवन संचालक के साथ जमकर मारपीट कर दी। भीड़ ने उनके सोने की चेन भी लूट लिया। खास बात यह है कि भवन किराए का एग्रीमेंट का अनुबंध पूरा होने व उसे खाली कराने के लिए पुलिस को पहले ही सूचना दे दी गई थी। लेकिन, पुलिस ने इस हल्के में ले लिया और विवाद के बाद बवाल हो गया। आरोप है कि पुलिस ने जानबूझकर बल नहीं भेजा। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।मंगला चौक निवासी संजय जैन की महावीर पैलेस के नाम भवन है। उन्होंने अपने बताया कि भवन में वंदना अस्पताल के संचालक डॉ. चंद्रशेखर उइके को किराए पर दिया था। उनके बीच अनुबंध जनवरी 2019 में हुआ था। तब डॉ. चंद्रशेखर उइके के साथ डॉ. विजय कुर्रे और डॉ. राजेश्वरी उद्देश भी इसके पार्टनर के रूप में सामने आए। एग्रीमेंट में उनके भी नाम का उल्लेख है। एग्रीमेंट की शर्तों के अनुसार उन्होंने एग्रीमेंट की शर्त सात के अनुसार तीन माह का नोटिस देकर भवन खाली कराने कहा। गुरुवार को तीन माह का नोटिस पीरियड खत्म पर गुरुवार की सुबह भवन मालिक संजय जैन ने भवन के सामने अस्पताल को आगामी 10 दिनों के लिए बंद करने का फ्लैक्स लगा दिया और ताला बंद कर दिया। इसकी जानकारी मिलते ही डॉ. विजय और डॉ. राजेश्वरी के साथ समुदाय विशेष के लोगों की भीड़ वहां पहुंच गई और संजय जैन को बुलाकर हंगामा मचाने लगे। इस दौरान उनके साथ झूमाझटकी व हाथापाई करते हुए जमकर मारपीट भी की गई। संजय जैन ने सोने की चेन छीनने का भी आरोप लगाया है। अब मामला सिविल लाइन थाने पहुंच गया है। संजय ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है।

सूचना के बाद भी नहीं पहुंची पुलिस

संजय जैन ने बताया कि उन्होंने भवन के एग्रीमेंट की शर्तों के अनुसार तीन माह का समय पूरा होने की जानकारी सिविल लाइन थाने के साथ ही SP ऑफिस में भी दी थी। इसके बाद भी पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। आरोप है कि पुलिस समय पर पहुंच जाती या उसके पत्र पर बल मुहैया कराती तो उस पर हमला नहीं होता। लेकिन, पुलिस ने इस घटना को नजर अंदाज कर दिया।अस्पताल के बाहर जुटी भीड़ ने मचाया हंगामा।

पांच साल के लिए है एग्रीमेंट, भवन मालिक के साथ मिलकर अस्पताल बंद कराने की साजिश
इधर, अस्पताल के दूसरे पार्टनर डॉ. विजय कुर्रे और राजेश्वरी ने पुलिस को बताया कि भवन किराए का एंग्रीमेंट पांच साल के लिए है। एग्रीमेंट के अनुसार उन्हें वर्ष 2024 में भवन खाली करना है। लेकिन, भवन मालिक अचानक अस्पताल खाली करने के लिए नोटिस दे दिया है। ऐसे में अस्पताल को कैसे बंद किया जा सकता है। उनका आरोप है कि उनके पार्टनर डॉ. चंद्रशेखर उइके भवन मालिक के साथ मिलकर अस्पताल को बंद कराने के लिए साजिश कर रहे हैं।

भवन मालिक के गले से सोने की चेन छीन ली गई और लॉकेट उनके जैकेट में फंस गया।अस्पताल नहीं हुआ है बंद, भर्ती हैं मरीज
भवन संचालक संजय जैन ने बताया कि तीन माह का समय पूरा होने के बाद भी भवन खाली नहीं करने पर उन्होंने फ्लैक्स और ताला लगाया है। जिस गेट में ताला लगा है, वहां नए मरीज नहीं आ सकते। लेकिन, अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज चल रहा है। उनका कहना है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों का उपचार किया जाए। लेकिन, नए मरीज भर्ती न किए जाएं। ताकि, उनका भवन खाली हो सके।

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