संक्रमण बढ़ने का खतरा: कोरोना के 30 नए मरीज मिले अब एक्टिव केस 91, इनमें से 65 फीसदी शहरी क्षेत्र के
कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। कबीरधाम जिले में बुधवार को 30 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से 20 मरीज अकेले कवर्धा शहर से सामने आए हैं। शहर के महामाया वार्ड- 6 में ही 10 मरीजों की पहचान हुई है। बुधवार देर शाम को इसकी रिपोर्ट आई। अब जिले में कोरोना के एक्टिव केस बढ़कर 91 हो गए हैं।एक्टिव मरीजों में से 65 फीसदी यानी 71 मरीज शहरी क्षेत्र के हैं। वहीं 35 फीसदी 20 मरीज ग्रामीण क्षेत्र के हैं। राहत की बात यह है कि मरीजों को गंभीर सिंपटम्स (लक्षण) नहीं हैं। जैसा कि कोरोना की दूसरी लहर में देखा गया था। कबीरधाम जिले में अभी संक्रमण दर (पॉजिटिविटी रेट) 0.42 प्रतिशत है। इसलिए अभी स्कूलों को बंद कराने का फैसला नहीं लिया गया है। सीएमएचओ डॉ. शैलेन्द्र कुमार मंडल बताते हैं कि छग सरकार ने 10 फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर होने के बाद ही स्कूलों को बंद कराने के निर्देश दिए हैं। कबीरधाम जिले में ओवरऑल टेस्ट पर नजर डालें, तो मार्च 2020 से अब तक (12 जनवरी 2022 की स्थिति में) 701624 टेस्ट किए जा चुके हैं। ओवरऑल संक्रमण दर 3.24 प्रतिशत है। थर्ड वेव में संक्रमण दर की बात करें, तो अभी यह 1 प्रतिशत से भी कम है। जिले में अभी एंटीजन और ट्रू-नॉट मशीन से कोरोना टेस्टिंग हो रही है। आरटी- पीसीआर जांच के लिए नमूनों को दुर्ग या राजनांदगांव भेजा जाता है, जिसकी रिपोर्ट आने से 3 से 4 दिन का समय लग रहा है। शासन स्तर से कवर्धा के लिए आरटी-पीसीआर मशीन स्वीकृत कर दी गई है, लेकिन यह अभी कवर्धा नहीं पहुंची है। जांच मशीन को संचालित करने जगह और सेटअप नहीं है। टेक्नीशियन समेत 7- 8 कर्मचारियों की पूरी टीम चाहिए। 24 घंटे जांच करने शिफ्टों में ड्यूटी ज्यादा स्टाफ की जरूरत है। टेक्नीशियन व अन्य स्टॉफ की भर्ती नहीं हुई है।स्वास्थ्य अधिकारियों का अनुमान है कि कोरोना के थर्ड वेव की पीक जल्दी आएगी। जिस संख्या में तेजी से मरीज मिल रहे हैं, उससे संभवत: 20 से 26 जनवरी तक पीक आ जाएगा और केस घटना शुरू हो जाएंगे। इस बार पीक के दौरान 100 प्लस मरीज मिलने की अनुमान लगाया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के सेकंड वेव के दौरान 27 अप्रैल 2021 को कोरोना का पीक आया था, तब एक ही दिन में 585 पॉजिटिव मरीज मिले थे।सीएमएचओ डॉ. शैलेन्द्र कुमार मंडल अभी जो कोरोना वायरस है, वह अपर रिस्पेरिटी यानी ऊपरी श्वसन पथ को प्रभावित कर रहा है। जो एलर्जी सर्दी- खांसी है, बुखार, आंख व नाक से पानी आना इसके लक्षण हैं। जो पीएमए-आरएसएस एंजाइम है, वह इस वायरस को ऊपर तक ही रख रहा है। इसे फेफड़ों तक जाने से रोक रहा है। राहत की बात है कि मरीजों में ऑक्सीजन का सेचुरेशन कम नहीं हो रहा है, इसलिए ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ रही है। रिपोर्ट पॉजिटिव है, तो आइसोलेट हो जाएं।