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वनांचल की बेटियों के लिए मासिक धर्म पर जागरूकता की नई सुबह

आदिवासी बैगा बहुल क्षेत्र पिपरिया में मासिक धर्म स्वास्थ्य एवं स्वच्छता शिविर आयोजित

बालाघाट।
वनांचल एवं आदिवासी बैगा बहुल अंचल में बसे ग्राम पिपरिया, तहसील बैहर, जिला बालाघाट के शासकीय हाई स्कूल पिपरिया में आदर्श दानपात्र सेवा समिति, बालाघाट (मध्य प्रदेश) द्वारा मासिक धर्म स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। दुर्गम आदिवासी क्षेत्र में आयोजित यह कार्यक्रम किशोरी बालिकाओं के जीवन में स्वास्थ्य, आत्मसम्मान और संवेदनशील समझ की नई रोशनी लेकर आया।

आज भी वनांचल क्षेत्रों में मासिक धर्म जैसे विषय सामाजिक संकोच, चुप्पी और भ्रांतियों के आवरण में दबे रहते हैं। ऐसे वातावरण में यह शिविर केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि आदिवासी किशोरियों के मन में आत्मविश्वास, स्वीकार्यता और सही दृष्टिकोण का बीज बोने का सशक्त माध्यम बना।

कार्यक्रम में आयुष विभाग से डॉ. संवेदिता कुमारे एवं सिविल अस्पताल बैहर से बी.ई. मेडम सरोज रामटेके ने किशोरी बालिकाओं से आत्मीय संवाद स्थापित करते हुए मासिक धर्म से जुड़ी स्वाभाविक प्रक्रियाओं, स्वच्छता, पोषण एवं स्वास्थ्य सुरक्षा पर सरल और संवेदनशील शब्दों में प्रकाश डाला। उन्होंने बालिकाओं को अपने शरीर को समझने, उसकी गरिमा को पहचानने और बिना झिझक अपनी देखभाल करने की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर आदर्श दानपात्र सेवा समिति की सदस्य कविता एवं मनीषा गोंडाने ने भी किशोरी बालिकाओं से संवाद कर उनके मन में वर्षों से जमी शंकाओं, भय और झिझक को दूर किया तथा उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सजग और आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया।

आदर्श दानपात्र सेवा समिति के अध्यक्ष श्री राहुल वैद्य ने अपने संबोधन में कहा कि समिति का उद्देश्य वनांचल एवं आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाली बेटियों के जीवन में स्वास्थ्य के साथ-साथ आत्मबल और सम्मान की भावना को सुदृढ़ करना है। उन्होंने कहा कि जब एक किशोरी जागरूक, स्वस्थ और आत्मविश्वासी बनती है, तभी समाज की नींव मजबूत होती है।

कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य देवेन्द्र कुमार बिसेन एवं शिक्षक स्टाफ की गरिमामयी उपस्थिति रही। उन्होंने इस प्रकार के जागरूकता शिविरों को आदिवासी अंचलों के लिए अत्यंत आवश्यक बताते हुए समिति के प्रयासों की सराहना की।

शिविर के अंत में सभी किशोरी बालिकाओं के स्वस्थ, सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई। यह संपूर्ण कार्यक्रम जनसहयोग से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। आदर्श दानपात्र सेवा समिति ने इस मानवीय पहल में सहयोग देने वाले सभी डॉक्टरों, विद्यालय प्रशासन, समिति सदस्यों एवं दानदाताओं डॉ सरोज घोड़ेश्वर, भारती ढोके, राजमित्रा चोखांद्रे, प्रीति रंगलानी, पंचशील वैद्य जी
का हृदय से आभार व्यक्त किया।

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