कबीरधाम में अवैध धान तस्करी का खुलासा, नायब तहसीलदार पर आरोप—ग्रामीणों ने आधी रात रोकी गाड़ी

कबीरधाम।
प्रदेश में धान खरीदी के बीच अवैध परिवहन को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन की जांच जारी है, लेकिन इन सख्तियों के बीच कबीरधाम जिले से बड़ा मामला सामने आया है। रेंगाखार क्षेत्र में ग्रामीणों ने देर रात दो वाहनों—पिकअप और मास्दा—को रोककर उसमें भरा कथित अवैध धान पकड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि यह धान सीमावर्ती इलाके से प्रशासनिक मिलीभगत के जरिए छत्तीसगढ़ लाया जा रहा था। उन्होंने घटना का वीडियो भी बनाया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि रेंगाखर बेरिकेड पर अक्सर कर्मचारियों की अनुपस्थिति का फायदा उठाकर तस्कर रात के अंधेरे में कई क्विंटल धान राज्य में दाखिल करा रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार प्रेमनारायण साहू इस अवैध धान को सीमा पार कराने में शामिल थे। उनके अनुसार प्रशासनिक लापरवाही और कथित मिलीभगत के कारण धान तस्करी पर प्रभावी रोक नहीं लग पा रही है, जिससे राज्य सरकार को नुकसान हो रहा है।
इससे पहले 9 दिसंबर की रात झलमला थाना क्षेत्र में भी अवैध धान पकड़ा गया था। पुलिस ने समनापुर क्षेत्र में चेकिंग के दौरान एक पिकअप (क्र. CG 07 CE 4920) को रोका, जिसमें मध्यप्रदेश से बिना वैध दस्तावेजों के 14 क्विंटल धान लाया जा रहा था। धान और वाहन को जब्त कर चालक विजय बसंत के खिलाफ धारा 106 भानासु संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया।
लगातार हो रही धान तस्करी की घटनाओं से क्षेत्र में चिंता बढ़ गई है। पुलिस का कहना है कि अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।



