राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस पर कवर्धा में कार्यक्रम, मछुआरों को मिली योजनाओं की सौगात

कवर्धा। स्वर्गीय पुनाराम निषाद मात्सिकी महाविद्यालय, कवर्धा में गुरुवार को राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में जिले के सैकड़ों मछुआरे, मछली व्यापार से जुड़े किसान, महाविद्यालय के विद्यार्थी एवं गणमान्य अतिथि शामिल हुए।
मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भरत लाल मटियारा ने कार्यक्रम की शुरुआत नॉलेज हब का उद्घाटन कर तथा दीप प्रज्वलन के साथ की। स्वागत भाषण के बाद सभा को संबोधित करते हुए श्री मटियारा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मछुआरों के हित में संचालित योजनाओं की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सरकार परंपरागत मछुआरा समाज को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस दौरान मछुआ नीति में संशोधन हेतु मछुआरों से सुझाव आमंत्रित किए गए। साथ ही, कार्यक्रम में मत्स्य कृषकों को आइस बॉक्स एवं मछली जाल का वितरण कर उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रोत्साहित किया गया।
अतिथियों को श्रीफल और शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग के कुलपति प्रतिनिधि डॉ. दत्ता, महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एम.के. गेंदले, सहकार भारती छत्तीसगढ़ अध्यक्ष राधेश्याम चंद्रवंशी, मछुआ प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र मल्लाह, भाजपा मछुवारा प्रकोष्ठ कबीरधाम संयोजक दीना मल्लाह, मछली पालन विभाग के अधिकारी एवं महाविद्यालय के समस्त स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के पश्चात कुलपति प्रतिनिधि, मछली पालन विभाग और मत्स्य कृषकों के मध्य सीधी चर्चा हुई, जिसमें जिले में मत्स्य पालन के विकास, आधुनिक प्रशिक्षण, तथा अधिक से अधिक मछुआ समाज के बच्चों को महाविद्यालय में शिक्षा दिलाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए।
यह आयोजन मछुआ समुदाय के सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।