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गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व को मिली मंजूरी, अब छत्तीसगढ़ में हुए चार टाइगर रिजर्व

तहलका न्यूज रायपुर// मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में हुई कैबिनेट की बैठक में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व गठित करने का निर्णय हुआ। कैबिनेट के निर्णय के बाद गुरु घासीदास तमोर पिंगला को टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित कर दिया गया। मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर एवं बलरामपुर जिलों में स्थित गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान तथा तमोर पिंगला अभ्यारण्य के क्षेत्रों को सम्मिलित करते हुए 2829.387 वर्ग किमी क्षेत्रफल में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व गठित होगा। इसको मिलाकर छत्तीसगढ़ में अब 4 टाइगर रिजर्व हो गए हैं।

हाईकोर्ट में भी पहुंच गया था बाघ अभ्यारण का मामला
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने पिछले महीने मध्य प्रदेश के वन्यजीव कार्यकर्ता अजय दुबे द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर राज्य सरकार को इस क्षेत्र को बाघ अभयारण्य घोषित करने के लिए अपना रुख स्पष्ट करने के वास्ते चार सप्ताह का समय दिया था। दुबे ने बताया कि 2012 में छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन भाजपा सरकार के दौरान राज्य वन्यजीव बोर्ड ने गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला अभयारण्य के संयुक्त क्षेत्र को बाघ अभयारण्य घोषित करने का फैसला किया था। दो साल बाद अगस्त 2014 में राज्य सरकार ने इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए एनटीसीए को प्रस्ताव भेजा था। दुबे ने कहा कि उन्होंने सितंबर 2019 में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की थी, जिसमें एनटीसीए की ओर से 2014 में इसे मंजूरी देने के बावजूद राज्य सरकार द्वारा बाघ अभयारण्य को अधिसूचित करने में निष्क्रियता का आरोप लगाया गया था।

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