बिजली की नई दरें हुई जारी, 100 यूनिट बिजली पर अब देना पड़ेगा एक्स्ट्रा चार्ज।
तहलका न्यूज रायपुर// राज्य विद्युत विनियामक आयोग ने शनिवार को बिजली की नई दरे जारी की हैं, घरेलू और गैर घरेलू उपभोक्ताओं की दरों में 20 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है। अब छत्तीसगढ़ के करीब 55 लाख उपभोक्ताओं को अगले महीने से बिजली बिल थोड़ा ज्यादा देना पड़ेगा। यह हर वर्ग के टैरिफ में कुछ ना कुछ वृद्धि की गई है। इससे घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिल में 100 यूनिट तक खपत पर न्यूनतम 20 रुपए की वृद्धि होगी। 200 यूनिट पर 40 रुपए और इस तरह 600 यूनिट तक की खपत पर 120 रुपए की वृद्धि होगी। नया टैरिफ 1 जून 2024 से लागू से गया है।
प्रदेश में पहले 100 यूनिट पर 452 रु. आता था बिजली बिल
प्रदेश में पहले 100 यूनिट बिजली खर्च होने पर बिजली बिल 452 रुपए आता था लेकिन अब ₹20 की बढ़ोतरी होने से 100 यूनिट बिजली बिल खर्च होने पर 472 रुपए बिजली बिल आएगा। वही पेट्रोल, डीजल, अनाज, साग-सब्जी, फैशन और अन्य सामग्रियों समेत उपभोक्ता वस्तुओं में महंगाई हर साल औसतन 10 से 12 फीसदी की दर से बढ़ रही है। वहीं बिजली कंपनी के प्रस्ताब पर विद्युत विनियामक आयोग ने घरेलू उपभोक्ताओं के बिल में औसत 4.17 फीसदी की वृद्धि की है। राज्य में 45 लाख से अधिक घरेलू उपभोक्ता है। बिजली की दरों में वृद्धि का इन पर सीधा असर पड़ता है। राज्य सरकार की ओर से पिछली भूपेश सरकार में शुरू की गई 400 यूनिट तक बिजली बिल में 50 फीसदी छूट योजना को बंद नहीं किया गया है। इसलिए घरेलू उपभोक्ताओं के बिल में 20 से 120 रुपए तक की वृद्धि का भी पूरा भार नहीं पड़ेगा। 50 फीसदी हाफ योजना से इस वृद्धि में भी कुछ कमी हो जाएगी।
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष हेमंत कुमार वर्मा ने नया टैरिफ जारी करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ पावर कंपनी ने टैरिफ रिवाइज करने का प्रस्ताव भेजा था। कंपनी ने 4420 करोड़ रुपए का घाटा बताया था। इसको भरपाई के लिए बिजली में कम से कम 20.45% की वृद्धि अनुमानित थी। कंपनी के घाटे के दावे को कम करते हुए 2519 करोड़ रु. माना गया। इसके अलावा सरकार ने कंपनी के घाटे को कम करने के लिए 1000 करोड़ रुपए देने का निर्णय लिया है। इस तरह कंपनी पर घाटे का भार महज 1819 करोड़ रुपए गया। इस घाटे की भरपाई के लिए आयोग ने सभी श्रेणियों में औसत रूप से 8.35% वृद्धि करने का निर्णय लिया है।
नए टैरिफ की मुख्य बातें
• रेलवे के टैक्शन लोड के लिए 20% लोड फैक्टर रीबेट खाम।
• ईवी चार्जिंग का टैरिफ विद्युत लागत के बराबर 6.92 रुपए प्रति यूनिट।
• नक्सल जिलों में लगे मोबाइल टावर के ऊर्जा प्रभार में छूट 50 से 25%
• स्टील उद्योगों में विद्युत दर 25 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि।
• अक्षय ऊर्जा खरीदने वालों को 77 पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त एनर्जी चार्ज
• कृषि पंपों के लिए बिजली बिल को 25 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाया गया। आयोग ने सभी श्रेणियों में सिर्फ ऊर्जा प्रभार में वृद्धि की है। विद्युत शुल्क व अन्य प्रभार स्थिर रखे हैं।