बस्तर, नारायणपुर और कोंडागांव में हीरे की खोज के लिए टेंडर

तहलका न्यूज रायपुर// कोंडागांव नारायणपुर और बस्तर जिले में हीरे तथा सामरिक महत्व के दुर्लभ खनिज के तीन ब्लाक के लिए टेंडर जारी किया है। बुधवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव की उपस्थिति में ई-नीलामी के माध्यम से एक्सप्लोरेशन लाइसेंस आबंटन के लिए एनआइटी (नोटिस इनवाइटिंग टेंडर) जारी किया गया। यहां अधिकारियों ने बताया कि देश में क्रिटिकल एवं सामरिक महत्व के खनिजों के अन्वेषण को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने खनिज अधिनियम में नवीन संशोधन किया मुख्यमंत्री साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव की उपस्थिति में टेंडर जारी करते, जिसके फलस्वरूप आरईई, लीथियम, कापर, सिल्वर, डायमंड, गोल्ड सहित 29 खनिजों के अन्वेषण में निजी क्षेत्र की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इलेट्रानिक के माध्यम से फारवर्ड बिडिंग की जाएगी। खनिपट्टाधारी से प्राप्त प्रीमियम में ब्लाक के एक्सप्लोरेशन लाइसेंसी होल्डर का शेयर रहेगा। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में खनिज विभाग के सचिव पी. दयानंद, संचालक भौमिकी एवं खनिकर्म सुनील जैन सहित संबंधित अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
महत्वपूर्ण खनिज आयात पर निर्भर खनिज विभाग के सचिव पी. दयानंद ने बताया कि देश में सामरिक महत्व के खनिजों की आपूर्ति, आयात निर्भरता में कमी एवं राजस्व की दृष्टि से डीपसीटेड ऐसे बहुमूल्य खनिजों के विकास हेतु यह व्यवस्था अत्यंत प्रगतिशील एवं महत्वपूर्ण है। क्रिटिकल एंड स्ट्रेटजिक खनिजों की आवश्यकता रिन्यूवेबल एनर्जी, रक्षा, कृषि, उच्च- तकनीकी इलेक्ट्रानिक्स, दूरसंचार, परिवहन आदि क्षेत्रों में होती है। इन खनिजों के मामलों में वर्तमान में देश आयात पर निर्भर है। खनिज विभाग के विशेष सचिव सुनील जैन ने बताया कि पिछले वर्ष ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट, निकल क्रोमियम पीजीई, गोल्ड के आठ ब्लाक्स का सफलतापूर्वक आबंटन किया गया। वहीं कटघोरा (कोरबा) में लीथियम भंडार की नीलामी प्रक्रिया जारी है।