मोटी रकम चढ़ावा के बाद मिला है सीएचएमओ को संविदा पद पर नियुक्ति, स्वास्थ्य कर्मियों को बेसब्री से हिटलर शासन खत्म होने का इंतजार..
सत्ता परिवर्तन के बाद क्या सीएचएमओ के ऊपर गिरेजी गाज..?
स्वास्थ्य कर्मियों ने नही दिया कांग्रेस को वोट…
सीएचएमओ का एक ही दवा के लिए एक ही फर्म को एक ही दिन में तीन अलग-अलग खरीदी आदेश जारी करना बड़ी आर्थिक घपलेबाजी की ओर इशारा कर रहा है…।
कवर्धा।। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को 30 जून 2023 को सेवानिवृत्त हुआ, अपने कार्यकाल के अंतिम समय पर वह स्वास्थ्य कर्मियों को खुलेआम मीटिंग में चुनौती देते हुए कहते थे कि मेरे रिटायरमेंट पर किसी को खुश होने की जरूरत नही है , मैं जल्द ही तुम सब के छाती पर दाल दलने संविदा नियुक्ति पाकर आऊंगा। सेवानिवृत्त होने के पश्चात शासन से उन्हें संविदा नियुक्ति प्राप्त नही हो रही थी जिसके लिए वह ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहा था।
स्वास्थ्य महकमे से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त अधिकारी ने संविदा नियुक्ति पाने लगभग 25 लाख रुपये का चढ़ावा सरकार में बैठे अपने इष्टदेव पर चढ़ाया जिसके फलस्वरूप 13 सितम्बर 2023 को उन्हें एक वर्ष के लिए प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर संविदा नियुक्ति प्राप्त हुई।
स्वास्थ्य कर्मियों ने लड़ा है मुक्ति का संग्राम…
स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते है कि जिले भर के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इस विधानसभा चुनाव में स्वास्थ्य विभाग के आताताइयों से मुक्ति पाने के लिए मुक्ति का संग्राम लड़ा और विधानसभा निर्वाचन में सत्तारूढ़ दल के खिलाफ मतदान कर राजनीति के कुशल खिलाड़ियों को बता दिया कि प्रजातन्त्र में जनता के मतदान की ताकत धनतंत्र पर भारी है । स्वास्थ्य विभाग से हिटलरशाह प्रशासक को बिदाई देने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने उसके सरपरस्त को तो हटा दिया पर आज भी स्वास्थ्य विभाग के आतंककारियों से मुक्ति पाने की राह देख रहे है।
उल्लेखनीय है कि कबीरधाम जिला में उच्च राजनीतिक संरक्षण प्राप्त सीएचएमओ और उसका वरदहस्त प्राप्त प्रभारी बीएमओ पंडरिया का स्वास्थ्य विभाग में चलाए जा रहे जंगलराज अक्सर समाचारों की सुर्खियां बनता रहा है परन्तु उच्च राजनीतिक सरपरस्ती के कारण उक्त अधिकारी द्वय हमेशा मदमस्त रहे है।