कवर्धा: नल जल मिशन: ठेकेदार को 16 लाख रुपए भुगतान, पैसा लेकर ठेकेदार नदारद है और काम बंद, मंत्री ने 10 बिंदु पर मांगा जवाब

कबीरधाम जिले का हिल स्टेशन कहे जाने वाला चिल्फीघाटी की आबादी करीब 3 हजार है। यहां पेयजल के लिए जल जीवन मिशन के जरिए हर घर नल लगाए गए हैं लेकिन पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई। क्योंकि ठेकेदार ने अब तक टंकी नहीं बनाई है और न ही पाइप लाइन बिछवाया है। हालत ये है कि पीएचई (पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग) के अफसरों ने ठेकेदार को 16 लाख रुपए भुगतान कर दिया है। पैसा लेकर ठेकेदार नदारद है और काम बंद पड़ा है। सहसपुर लोहारा में कैबिनेट मंत्री
मो. अकबर ने जल जीवन मिशन के कार्यों का रिव्यू किया तब इसका खुलासा हुआ। बैठक में हालत ये थी कि रिव्यू मीटिंग में पीएचई के अफसर बिना तैयारी के पहुंचे थे। मंत्री ने जब पूछा कि चिल्फी में काम बंद है, उस पर क्या कार्रवाई की। पीएचई के ईई जगदीश गौड़ ने कहा कि नोटिस दिए हैं। नोटिस दिखाने को कहा, तो ईई ने कहा कि | लेकर नहीं आए। बैठक में अन्य मुद्दों पर भी बात हुई।

दस बिंदुओं पर 10 जून तक मांगी रिपोर्ट
रिव्यू मीटिंग के दौरान मंत्री ने पीएचई के कार्यों पर नाराजगी जताई। मंत्री ने तय डेडलाइन पर काम नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यही नहीं, उन्होंने पीएचई अधिकारियों से 10 बिंदुओं पर डिटेल रिपोर्ट मांगी है। इसमें कार्य आदेश व काम पूरा करने की तिथि, प्रत्येक कार्य में निविदा राशि, ठेकेदार को भुगतान, कार्यों में देरी के लिए नोटिस जारी करने की तिथि, लेटलतीफी करने वाले ठेकेदारों के खिलाफी की गई कार्रवाई समेत अन्य बिंदु शामिल है। मंत्री ने आगामी 10 जून को रिव्यू मीटिंग में रिपोर्ट देने कहा है। इस काम में आनाकानी करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
दो साल में 100 गांव में काम पूरे नहीं स्कीम के जरिए कबीरधाम जिले के 957 गांवों में 195335 घरों में नल कनेक्शन देने का लक्ष्य है। दो साल से काम