कबीरधाम विशेषकवर्धा की खास ख़बरें

भलपहरी ग्राम पंचायत में चूना पत्थर खदान की लीज समाप्त होने के बाद भी खनन जारी, पर्यावरण खतरे में… जानिए पूरा मामला…

ग्राम पंचायत की ग्राम सभा से प्राप्त प्रस्ताव और उक्त खनन से पर्यावरण को हो रहे नुकसान से,शासन द्वारा बंद कराया जाएगा ? – डॉ रेणु जोगी

ग्रामीणों ने कहा कि जांच दल द्वारा लीज समाप्त हुए खदान में कार्य होते पाया गया जिसकी पंचनामा रिपोर्ट भी है उसके बाद भी विधानसभा में गलत जवाब प्रस्तुत किया गया है

कवर्धा – बीते दिनों विकासखण्ड बोड़ला में ग्राम भलपहरी के गिट्टी खदान के सम्बंध में ग्रामवासियों द्वारा उससे हो रहे है नुकसान के कारण ,खदान को बंद कराने ग्रामीण , स्थानीय विधायक केबिनेट मंत्री अकबर से लेकर कलेक्टर तक आवेदन दिया गया था फिर भी कार्यवाही नही हुई । इस विषय को लेकर जोगी कांग्रेस की सुप्रीमो डॉ रेणु जोगी ने विधानसभा में यह मामला उठाया । डॉ रेणु अजीत जोगी जी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से पूछा कि

क. क्या कबीरधाम जिले के बोड़ला ब्लॉक के भलपहरी ग्राम पंचायत में चूना पत्थर खदान को बंद करवाने के लिए ग्रामसभा से पारित प्रस्ताव विभाग को प्राप्त हुआ है? क्या उक्त खनन से भू- गर्भ को हो रहे नुकसान, जल स्रोतों के सूखने, घरों में पड़ रही दरारों के नुकसान का आंकलन शासन द्वारा किया गया है? यदि हाँ तो इस नुकसान को रोकने के लिए शासन द्वारा क्या कदम उठाये गए हैं?

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सने जवाब दिया कि जी हां । कबीरधाम जिले के बोड़ला ब्लॉक के भलपहरी ग्राम पंचायत में खसरा क्रमांक 163 रकबा 2.023 हेक्टेयर पर चुना पत्थर खदान को बंद करवाने के लिए ग्राम सभा से पारित प्रस्ताव 23.1.2023 को प्राप्त हुआ है । खनन से भू गर्भ को हो रहे नुकसान ,जल स्रोतों के सूखने ,घरों में पड़ रही दरारों के नुकसान का आंकलन करने जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार संयुक्त जांच हेतु खनिज अधिकारी ,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ,विभाग के सहायक अभियंता एवं तहसीलदार द्वारा निरीक्षण किया गया । निरीक्षण में खनन से जलस्रोत आदि प्रभावित नही पाया गया । वर्तमान में भू जल स्तर 17 मीटर से 20 मीटर में पाया गया ।

ख. क्या उक्त खनन के लिए खसरा नंबर 163 में 1.740 हेक्टेयर में स्थित खदान की लीज 31 मार्च 2020 को समाप्त हो चुकी है? यदि हाँ तो अप्रैल 2020 से अब तक इस खदान में खनन की अनुमति किस आधार पर दी गयी है?

जवाब – खसरा क्रमांक 163 के रकबा 1.740 हेक्टेयर पर खदान श्याम तम्बोली को स्वीकृत थी जिसकी अवधि दिनांक 31.03.2020 को समाप्त हो चुकी है एवम इस खदान में उत्खनन कार्य दिनांक 31.3.2020 से बंद है ।

ग. क्या भलपहरी ग्राम पंचायत की ग्राम सभा से प्राप्त प्रस्ताव और उक्त खनन से पर्यावरण को हो रहे नुकसान को देखते हुए शासन द्वारा इस खदान को बंद करवाया जाएगा?

जवाब – क्षेत्रीय कार्यालय छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ,दुर्ग के द्वारा दिनांक 17.01.2023 को निरीक्षण किया गया जिसमें उल्लेख है कि पर्यावरण को क्षति पहुचाने जैसी स्थिति नही पायी ।

भलपहरी के ग्रामीणों ने बताया कि जिस दिन जिला कलेक्टर के निर्देश में जिला जांच दल टीम आयी थी जिसमे खनिज अधिकारी ,तहसीलदार बोड़ला ने खदान का निरीक्षण किया था उसके बाद ग्रामवासियों के मध्य पंचनामा तैयार किया गया था जिसमे उल्लेख है कि खसरा नम्बर 163 के रकबा 1.740 हेक्टेयर में खदान का संचालन होना पाया गया है । पंचनामा की कॉपी भी है और वीडियो भी है जिसमे जांच दल बोल रही है कि खदान संचालित होते पाया गया है । शासन प्रशासन खदान मालिक के साथ है शुरुवात से ही बचा रही है इस सरकार में कार्यवाही की उम्मीद ही नही है ।

Related Articles

Back to top button