आदिवासी महिला राज्यपाल का अपमान’:भाजपा ने कहा-अनुसुईया उइके को बार-बार कांग्रेस ने अपमानित किया, अब माफी मांग प्रायश्चित कर लें
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस से मांग की है कि वह संवैधानिक पद की गरिमा को आघात पहुंचाने अपनी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए राज्यपाल से माफी मांग ले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक आदिवासी महिला राज्यपाल का कई बार मजाक उड़ाया। कांग्रेस के छोटे-बड़े नेता सभी लगातार आदिवासी महिला राज्यपाल के खिलाफ टीका टिप्पणी करते रहे।
केदार ने कहा- अब उनके विदा लेने का समय आ गया है। छत्तीसगढ़ से वे जा रही हैं। कांग्रेस पार्टी को चाहिए कि अब महिला आदिवासी राज्यपाल के अपमान पर राजभवन जाकर उनसे माफी मांग लें एवं अपनी गलतियों का प्रायश्चित करें।
दरअसल आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर न किए जाने की वजह से कांग्रेस के निशाने में राज्यपाल और उनके विधिक सलाहकार रहे थे। कई तरह के बयान भी कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल के खिलाफ जारी किए थे।
आखिरी मुलाकात में क्या हुआ
अनुसुईया उइके अब मणिपुर की राज्यपाल बना दी गई हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उन्होंने रविवार को मुलाकात की। जल्द ही उइके प्रदेश से चली जाएंगी। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यपाल से उनके पास लंबित पड़े आरक्षण विधेयकों के भविष्य पर भी बात की है। कांग्रेस मांग उठा रही है कि राज्यपाल यहां से जाने से पहले आरक्षण विधेयकों पर हस्ताक्षर कर दें। इस मुलाकात के बाद मीडिया से मुख्यमंत्री ने कहा- वे बहुत भद्र महिला हैं, सीधी-सादी और सरल महिला हैं। वे मेरी बड़ी बहन जैसी हैं। जिस प्रकार से भाजपा के लोग राजभवन को राजनीति का अखाड़ा बना दिये थे वह बेहद दुर्भाग्यजनक है।