रायपुर न्यूज: धान का टोकन कटना बंद किसानों में मचा हड़कंप एक जनवरी से नए टोकन मिलेंगे

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प्रकाशन तिथि: | शुक्र, 30 दिसंबर 2022 04:59 अपराह्न (IST)
रायपुर। धान खरीद समाचार: एक नवंबर से चल रही धान के बीच अचानक टोकन कटना बंद होने से किसानों में हड़कंप मच गया। जिन किसानों ने अभी तक धान नहीं डाला है।
जानकारी मिली है कि डिजीड की ओर से संचालित ऑनलाइन क्लीयरवेयर को अपडेट करने के लिए अभी तक टाॅकीर की प्रक्रिया को रोका गया है। अभी जो कुछ भी हो रहा है, वह पुराने टोकन के आधार पर ही हो रहा है। प्रदेश में 2,614 धान आसरे में 70 प्रतिशत से अधिक जुड़े हुए हैं।
अधिकारियों का दावा है कि ऑनलाइन मोबाइल एप से टोकन जारी हो रहा है लेकिन समस्या यह है कि ज्यादातर किसानों को मोबाइल एप से टोकन जारी होने की जानकारी नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि 31 दिसंबर तक टोंक जारी करने में ब्रेक लगेगा। इसके बाद नए रिकॉर्ड से टोकन कटेंगे।
क्षीण का पात्र 75 लाख टन से पार
प्रदेश में 28 दिसंबर को ही 75 लाख टन स्लॉट पार हो गया, जबकि पसंद की प्रक्रिया 31 जनवरी 2023 तक जारी रहेगी। इस साल 110 लाख टन का अनुमान है। वर्ष 2017-18 में 12 लाख 06 हजार किसानों से कुल 56 लाख 88 हजार टन की ही बोली हो गई थी।
कांग्रेस सरकार आने के बाद नया रिकार्ड बनाने का दावा
अधिकारियों के मुताबिक इस साल दो लाख 27 हजार नए किसानों ने धान विको के लिए पंजीकरण पंजीकरण किया है। धान का कुल पंजीकृत रकबा बढ़कर 32 लाख 8 हजार हेक्टेयर हो गया है। 28 दिसंबर तक प्राप्त हुए धान के एवज में किसानों को 15 हजार 582 करोड़ 51 लाख रुपये मार्कफेड द्वारा अपेक्स बैंक द्वारा जारी किए गए थे। 59 लाख 82 हजार 17 टन धान के लिए उठाव किया गया है, जबकि डीओ से 48 लाख 63 हजार 515 टन धान का उठाव किया गया था।
जहां 70 प्रतिशत में टोकरा मिलाते हैं
खाद्य विभाग मार्कफेड एवं विशेष सचिव प्रबंधक मनोज सोनी ने कहा, जिन अपराधियों में 70 प्रतिशत से अधिक धान की बात हो चुकी है, वहां एक जनवरी से टोकन कटेंगे। बाकी दोषी में जो पहले कट चुके हैं, उन्हें धान की पसंद हो रही है।
22 दिसंबर से प्रभावित किसान
भारतीय किसान संघ के प्रदेश के महामंत्री नए अवशेष ने कहा, 22 दिसंबर से धान लेने वालों के लिए टोकन कटना बंद हो गया है। किसान गलती में घुंघराले हो जाते हैं और परेशान होते हैं।
के द्वारा प्रकाशित किया गया: आशीष कुमार गुप्ता
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