नटखट पर सीएम बघेल ने ट्वीट कर बीजेपी के इशारे पर राज्यपाल को रोकने का इशारा किया है

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प्रकाशन तिथि: | गुरु, 29 दिसंबर 2022 04:35 अपराह्न (IST)
रायपुर। विवरण संशोधन को लेकर सरकार और वर्षयपाल के बीच जारी है। मोयमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर रूतयपाल की मंशा पर सवाल जताए हैं। महामंत्री बघेल ने ट्वीट कर कहा, स्पष्ट है कि विधायक भाजपा के निर्देश पर न्यूनाधिक बाधाओं को रोक रहे हैं। बीजेपी ओबीसी नटखट के खिलाफ है और इस फेर में आदिवासियों और अजा व ग़रीबों का सच भी रुक गया है।
उन्होंने कहा, राज्यपाल के लिए मंत्रिमंडल की सलाह बाध्यकारी है कि इस बात पर खेद है कि वे इस संवैधानिक व्यवस्था को भी नहीं मान रहे हैं। राज्यपाल अगर जनता की प्रतिनिधि सभा की राय भी नहीं मानते हैं तो यह भी असंवैधानिक है। महामंत्री ने कहा, हम जनता के बीच ही जाएंगे और उनके बीच ही भाजपा और संविधान की उपेक्षा कर राज्यपाल के बारे में उपेक्षा करेंगे। हमें संविधान और लोकतंत्र पर शर्त है। लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है।
नटखट पर पिछले दरवाजे से खेल हो रहा है बीजेपी- सीएम बघेल
घोषणा संशोधन पर राज्यपाल के हस्ताक्षर नहीं करने से पहले भूपेश बघेल ने कहा है कि भाजपा प्रदेश के लोगों का हित नहीं चाहती है। इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर बघेल ने कहा कि बीजेपी जनता के बीच विलेन नहीं बनना चाहती थी, लेकिन दरवाजे के पीछे से राजभवन के माध्यम से मौलिक रूप से रोका जा रहा है। भाजपा कभी प्रदेश के लोगों का हित नहीं चाहती। न खींचे हुए किसान, न बच्चे, न महिलाएं न लें किसी का नहीं। 15 साल में हमने देखा है। शील का कहना है कि सभी सार्वजनिक ऑपरेशंस बेची जा रही हैं, उन जगहों पर कर्मचारियों की रेलें उपलब्ध हैं, जिनका तथ्य का लाभ मिलता है, लेकिन सभी निजी कर रहे हैं। बीजेपी का सच खत्म करने का खेल चल रहा है।
स्पष्ट है कि राज्यपाल भाजपा भाजपा की पक्की बातों पर रोक लगा रही है।
बीजेपी ओबीसी नटखट के खिलाफ है और इस फेर में आदिवासियों और अजा व ग़रीबों का सच भी रुक गया है। pic.twitter.com/p3bYYxoqyH
– भूपेश बघेल (@bhupeshbaghel) दिसम्बर 29, 2022
के द्वारा प्रकाशित किया गया: आशीष कुमार गुप्ता
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