कबीरधाम में डेंगू मलेरिया का प्रकोप बढ़ा एक की मौत

कवर्धा । कबीरधाम जिले में लगातार डेंगू मलेरिया का मरीज बढ़ते जा रही हैं डेंगू को लेकर सावधान हो जाइए..क्योंकि जिले में डेंगू ने दस्तक दे दी है।कवर्धा जिला के बोड़ला क्षेत्र में आज दिलीप धुर्वे पिता अघनु धुर्वे उम्र 18 वर्ष ग्राम निवासी पेंड्री जो डेंगू NSI पाजेटिव मिला,कमाने खाने हैदराबाद गया था अचानक वही तबियत बिगड़ने लगी तब वहां से अपने निवास घर पेंड्री 3 नवम्बर को रात्रि को पहुंचा और फिर आज 4 नवम्बर को दोपहर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोड़ला लाया गया तबियत ज्यादा खराब होने के कारण दिलीप धुर्वे की मृत्यु हो गई।

और एक डेंगू का मरीज सामने आ चुका है। डेंगू की दस्तक से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। कुछ क्षेत्रों में पहले से ही बारिश हो रही थी। जलजमाव की स्थिति भी सामने आ रही है। छत पर रखे बर्तनों और सामानों में पानी भरा होने से एडिज मच्छर आसानी से अंडे देता है। कई लोग अभी भी कूलरों का इस्तेमाल कर रहे हैं या फिर कूलर बंद हैं, लेकिन हाल और कमरों में ही रखे हैं। जिससे लार्वा पनपता है। ज्यादातर सर्दी-खांसी के मरीज अस्पताल पहुंच रहे है।ऐसे लक्षण पाए जाने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद में सम्पर्क करें,और इस समस्या से निजाद पाने के लिए अपने घर के आसपास परिसर को स्वक्ष रख स्वस्थ रहे।
डेंगू से सावधान
डेंगू एक विषाणु जनित गंभीर बीमारी है। संक्रमित मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है। ब्रेक बोन फीवर के नाम से भी जानी जाती है। इसके लक्षण मच्छर के काटने के 2 से 7 दिन बाद दिखते हैं। मुख्य लक्षण तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द है। इसके अतिरिक्त उल्टी, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना लक्षण हैं। डेंगू हेमरेजिक फीवर और डेंगू शॉक सिंड्रोम इस बीमारी का गंभीर रूप है। इस मौसम में भारी बारिश से जगह-जगह पानी इकट्ठा होना आम बात है। यह स्थिति मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल होती है। ये मच्छर मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी संक्रामक बीमारियों को जन्म देते हैं। मानसून में सड़क किनारे खुले में बिकने वाले भोजन का सेवन भी इन दिनों हानिकारक होता है।