सब्र का टुटा बांध ,15 हजार मनरेगा कर्मी देंगे इस्तीफा, बोले-हड़ताल नहीं करने का अधिकारी भरवा रहे बॉन्ड

रायपुर. छत्तीसगढ़ मनरेगा अधिकारी-कर्मचारी संघ के प्रदेश के 15 हजार कर्मचारी एक साथ सामूहिक इस्तीफा देंगे। इनमें 1730 कर्मचारी सिर्फ बस्तर संभाग के हैं। नियमितीकरण की मांग पूरी नहीं होने पर कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। वहीं पिछले कुछ महीनों से कर्मचारी संघ के सदस्य नियमितिकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। साथ ही अपनी मांग मनवाने के लिए इससे पहले राजधानी रायपुर तक कि दांडी यात्रा भी कर चुके हैं।
छत्तीसगढ़ मनरेगा अधिकारी-कर्मचारी संघ के सदस्यों ने कहा कि, हड़ताल में शामिल मनरेगा अधिकारी-कर्मचारी के पद को विलोपित किए जाने का प्रशासनिक स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। साथ ही हड़ताल वापसी की स्थिति में मनरेगा कर्मचारियों से कभी भी हड़ताल में शामिल नहीं होने का बॉन्ड भरवाने की तैयारी है। जिससे हमारे मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। प्रशासन के इस अलोकतांत्रिक तरीकों का विरोध कर रहे हैं। इसलिए प्रदेश के 15 हजार कर्मचारी एक साथ सामूहिक इस्तीफा देंगे।
चुनावी घोषणा पत्र में नियमित करने का था जिक्र
मनरेगा कर्मियों ने कहा कि, विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को सरकार बनते ही नियमित करने की बात लिखी थी। लेकिन, सरकार बने करीब साढ़े तीन साल हो गए हैं, लेकिन अब तक नियमितीकरण करने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है। मनरेगाकर्मियों ने कहा कि, सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की तैयारी कर ली गई है। अब जब प्रशासन की तरफ से हम पर कोई कार्रवाई की जाती है तो तुरंत सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
बस्तर संभाग के जिलों में हैं इतने कर्मचारी
| जिला | मनरेगा कर्मियों की संख्या |
| दंतेवाड़ा | 178 |
| बस्तर | 403 |
| बीजापुर | 187 |
| नारायणपुर | 106 |
| कोंडागांव | 210 |
| कांकेर | 448 |
| सुकमा | 198 |



