कवर्धा : किसानो के खातो मे पहुंची चौथी किस्त,फिर भी त्रस्त है किसान

कवर्धा : वर्ष 2020- 21 में धान बेचने वाले 95,925 किसानों के खाते में चौथी किस्त के 64.09 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। जिला सहकारी बैंकों से किसानों को जारी सभी एटीएम कार्ड एक्सपायर हो चुके हैं,जिसके चलते अब पैसा निकालने के लिए बैंकों में भीड़ बढ़ गई है। भीड़ के चलते किसानों को बैंक के बाहर ही रोका जा रहा है।
अधिकतर सभी सहकारी बैंकों में यही स्थिति देखने को मिल रही है। अपनी मेहनत का पैसा निकालने के लिए किसानों को पासबुक लेकर बैंक के बाहर दिनभर लाइन में खड़े रहना पड़ रहा है। अव्यवस्था से बचने के लिए बैंकों में लेन- देन के लिए समितिवार दिन निर्धारित किया गया है। फिर भी यह स्थिति है। बता दें कि जिले में सहकारी बैंक की 14 शाखा है। इन बैंक शाखाओं में 1.25 लाख से अधिक किसानों के खाते हैं। खातेदारों की संख्या ज्यादा और उसके अनुपात में बैंक शाखाओं की संख्या कम है। इससे बैंकों पर बोझ बढ़ा है।
इस साल बेचे गए धान का 249 करोड़ बोनस आना बाकी
छग सरकार किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर में किसानों से धान खरीदी कर रही है। इसमें केंद्र सरकार एमएसपी की राशि देती है, जो धान बिक्री के दौरान किसानाें को मिल जाती है। शेष अतिरिक्त राशि को छग सरकार राजीव गांधी न्याय योजना के तहत भुगतान करती है।वर्ष 2021- 22 में जिले के 1,02085 किसानों ने 41.63 लाख क्विंटल धान बेचा है। इसकी कीमत 812 करोड़ रुपए होती है। इसमें लिंकिंग से 296 करोड़ रुपए केसीसी ऋण वसूली की गई है। 515 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है। किसानों को अंतर की राशि 249.78 करोड़ का बोनस भुगतान किया जाना शेष है। पिपरिया बैंक में 70 गांवों के किसान करते हैं नगर पंचायत पिपरिया के जिला सहकारी बैंक शाखा में 70 गांव के किसानों लेन- देन होता है। बुधवार को खाते से पैसा निकालने किसानों की भीड़ लगी थी। कई किसान 12 से 15 किमी दूर गांवों से आए थे। लेकिन भीड़ के कारण बैंक के चैनल गेट पर ताला लगा दिया। अन्नदाताओं को बाहर ही रोक दिए। इस भीड़ में कई बुजुर्ग किसान भी थे, जो धूप में बैठे नजर आए। पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं थी।
नंबर लगाने के बाद भी नहीं मिल रहे नए कार्ड
सहकारी बैंकों में किसान नए एटीएम कार्ड के लिए नंबर लगाने पहुंच रहे हैं। उन्हें भी लाइन में लगना पड़ रहा है। नंबर लगाने के बाद भी नए कार्ड नहीं मिल पा रहे हैं। क्योंकि सहकारी बैंकों में नए कार्ड खत्म हो गए हैं। उच्च कार्यालय को डिमांड भेजी गई है, लेकिन अभी तक नए कार्ड उपलब्ध नहीं हुआ है। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी आरपी मिश्रा का कहना है कि बहुत से खातेदार किसानों को कार्ड जारी हुआ है। नए कार्ड खत्म हो गए हैं।