कवर्धा : नहीं चलेगी डीयूटी मे लापरवाही :नशे में ड्यूटी, ढिलाई, गैरहाजिरी के लिए 227 जवानों को मिली सजा
कबीरधाम | जिले में बढ़ते अपराधों से हालात चिंताजनक हैं। लेकिन इन अपराधों की रोकथाम की जिम्मेदारी जिन पुलिसकर्मियों पर है, उनका कु-आचरण व अनुशासनहीनता उससे भी गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। ऐसे लापरवाह पुलिसकर्मी अब एसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह के रडार पर हैं। जो दागी पुलिसकर्मी हैं, उनके पर कार्रवाई की जा रही है।
सालभर में ऐसे 227 लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। इन्हें वर्दी पहन नशे में ड्यूटी करने, अपराधों की जांच में ढिलाई बरतने और बिना सूचना के गैरहाजिर रहने पर सजा दी गई है। 3- 4 पुलिसकर्मियों पर सस्पेंड कर घर बैठा दिया गया है। जिन पर दुष्कर्म, लूट व गांजा तस्करों से मिलीभगत जैसे संगीन आरोप लगे हैं।
इन मामलों की अभी जांच चल रही है। रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से दिसंबर 2021 में 215 पुलिसकर्मियों को छोटी सजा यानी निंदा, अर्थदंड दी गई है। वहीं 12 पुलिसकर्मियों पर बड़ी सजा यानी वेतन वृद्धि रोकने और सस्पेंड करने की कार्रवाई की गई है।
कई पर दुष्कर्म और लूट में लिप्त होने के आरोप
बेहतर काम के लिए 2496 पुलिसकर्मियों को इनाम
पुलिस विभाग में बेहतर काम करने के लिए पुलिसकर्मियों को इनाम भी दिया जाता है। वर्ष 2021 में ऐसे 2496 पुलिसकर्मी रहे, जिन्हें उनके बेहतर कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया है। इनमें आरक्षक से लेकर निरीक्षक तक शामिल हैं। बेहतर कार्यों के लिए इन्हें 50 रुपए से लेकर 1 हजार रुपए तक का पुरस्कार दिया गया है।
सर्विस बुक में होती है एंट्री, पदोन्नति हो सकती है प्रभावित
पुलिस मेनुअल में छोटी व बड़ी सजा का प्रावधान है। निंदा की सजा की सर्विस बुक में एंट्री भी की जाती है, लेकिन एक निंदा की सजा का पदोन्नति पर कोई असर नहीं होता। सर्विस बुक में यदि गिनती में इनाम से सजा की संख्या अधिक रहती है, तो पदोन्नति प्रभावित होती है।