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महंगी बिजली पर जनसुनवाई आज:छत्तीसगढ़ की बिजली कंपनियों ने घाटे की भरपाई का प्रस्ताव दिया है, आपत्तियां सुनेगा नियामक आयोग

छत्तीसगढ़ में बिजली की दर महंगी करने के प्रस्ताव पर गरुवार को जनसुनवाई होनी है। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग इस प्रस्ताव पर आपत्तियों की सुनवाई करेगा। इसमें सभी पक्षकार शामिल हो रहे हैं। इसी सुनवाई के आधार पर तय होगा कि इस साल बिजली के टैरिफ में वृद्धि हाेगी कि नहीं।

रायपुर के शांति नगर स्थित विद्युत नियामक आयोग के कार्यालय में जनसुनवाई गुरुवार सुबह 11 बजे से शुरू होनी है। सबसे पहले कृषि और संबद्ध सेवाओं के उपभोक्ताओं की आपत्तियां सुनी जानी हैं। दोपहर बाद 2.30 बजे से 3.30 बजे गैर घरेलू उपभोक्ता और 3.30 से 5.30 बजे तक घरेलू उपभोक्ता अपनी आपत्तियों पर चर्चा कर सकेंगे। जनसुनवाई अगले दिन भी जारी रहेगी। 25 फरवरी को 11 बजे से 1.30 बजे तक सभी उच्च दाब उपभोक्ता, दोपहर 2.30 से 4.30 बजे तक निम्न दाब उपभोक्ता और 4.30 से 5.30 बजे तक स्थानीय निकाय, नगर निगम और ट्रेड यूनिअन जैसे संगठन अपनी आपत्ति रख पाएंगे।

छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग को दी गई याचिकाओं में कंपनियों ने नए पूंजी निवेश व्यय और आय का पूरा लेखाजोखा दिया है। बताया गया है कि चालू सत्र में कंपनी ने 3 हजार 642 करोड़ रुपए लाभ का अनुमान लगाया है। लेकिन पिछले वित्तीय वर्षों में हुए 4 हजार 388 करोड़ रुपए के नुकसान की भरपाई कंपनी करना चाहती है। यह घाटा पाटने के लिए कंपनी को 745 करोड़ के अतिरिक्त राजस्व की जरूरत होगी।

नए पूंजी निवेश का भी प्रस्ताव
कंपनियों ने नए पूंजी निवेश का प्रस्ताव भी दिया है। याचिका में कहा गया है, विद्युत उत्पादन, संधारण और वितरण कंपनियों में सिस्टम को अपग्रेड करने से संबंधी कई परियोजनाओं पर काम होना है। उसके लिए अतिरिक्त पूंजी की जरूरत होगी। ऐसे में हो सकता है कि कंपनी के लाभांश का अधिकांश हिस्सा इन योजनाओं में खप जाए। ऐसे में बिजली के सामान्य खर्च का भार उपभोक्ताओं पर ही आएगा।

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