’40-डे मिशन कार्ययोजना में शिक्षकों की टीम छात्र-छात्राओं की सतत मॉनिटरिंग सहित कठिन विषयों पर विशेष फोकस कर बच्चों की मदद करें – कलेक्टर शर्मा’
कलेक्टर कुलदीप शर्मा की अध्यक्षता में आज जिला कलेक्टोरेट मंथन सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में जिले में संचालित स्वामी आत्मानन्द विद्यालयों, मिशन 40-डे प्लान, मिड-डे-मिल, टेक होम राशन, कोविड वैक्सिनेशन कार्यों पर विस्तार से समीक्षा की गई।बैठक में कलेक्टर शर्मा ने कहा कि स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी एवं हिंदी मीडियम विद्यालय के माध्यम से बच्चों तक आधुनिक अधोसंरचना के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उन्होंने जिले में संचालित स्कूलों की अधोसंरचना एवं निर्माणाधीन भवनों की जानकारी लेते हुए लोकनिर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को सभी निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने विकासखण्ड भरतपुर में स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम के विद्यालयीन भवन के निर्माण में देरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए ईई पीडब्लूडी को समयसीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
’मिड डे मील की गुणवत्ता एवं वैक्सीनेशन पर की चर्चा’
बैठक में कलेक्टर ने प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में दिए जाने वाले मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की जानकारी ली। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में संचालित 1 हजार 392 विद्यालयों में दर्ज 69 हजार 714 प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को प्रतिदिन क्रमशः 100 ग्राम एवं 150 ग्राम प्रोटीन कैलोरी युक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है।15 से 18 वर्ष के बच्चों में टीकाकरण की प्रगति के विषय मे उन्होंने बताया कि जिले में 96 प्रतिशत टीकाकरण पूरा किया गया है। इसके अंतर्गत 30 हजार 490 बच्चों का टीकाकरण पूर्ण किया जा चुका है। कलेक्टर ने शेष बच्चों का भी टीकाकरण जल्द पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए।
’40 डे प्लान अंतर्गत शिक्षकों की टीम करेगी छात्र-छात्राओं की मॉनिटरिंग’
जिले में 10वीं एवं 12वीं बोर्ड के बच्चों को परीक्षाओं की तैयारी कराने 40-डे मिशन संचालित किया जा रहा है। कलेक्टर ने इस मिशन की समीक्षा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को 10वीं एवं 12वीं बोर्ड में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की तैयारी पर जिलास्तरीय शिक्षकों की टीम बनाकर प्रत्येक बच्चे की मॉनिटरिंग करने एवं साप्ताहिक टेस्ट के माध्यम से अतिआवश्यक प्रश्नों की तैयारी करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बच्चे जिन विषयों में कमजोर हैं, या जिनमें उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है, ऐसे विषयों पर विशेष फोकस कर उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि इस प्लान के उचित क्रियान्वयन से बच्चों का परीक्षा परिणाम बेहतर होगा, जिससे जिले के बच्चे राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।