गणतंत्र दिवस पर प्रस्तुति: राजपथ पर परेड से पहले प्रेस प्रीव्यू में गोधन न्याय योजना की झांकी की धूम
राज्य सरकार की गोधन न्याय योजना की प्रस्तुति गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में राजपथ पर होगी। इससे पहले शनिवार को प्रेस प्रीव्यू में झांकी काे नेशनल मीडिया ने सराहा। छत्तीसगढ़ के गांव और गौठान पर आधारित झांकी के साथ ही छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने ककसाड़ नृत्य प्रस्तुत किया।राष्ट्रीय रंगशाला में गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर निकलने वाली राज्यों की झांकियों का शनिवार को दिल्ली में रिहर्सल किया गया। ग्रामीण संसाधनों के उपयोग के पारंपरिक ज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के समन्वय से एक साथ अनेक वैश्विक चिंताओं के समाधान के लिए यह झांकी विकल्प प्रस्तुत करती है। झांकी के अगले भाग में गाय के गोबर को इकट्ठा कर उन्हें विक्रय के लिए गौठानों के संग्रहण केंद्रों की ओर ले जाती ग्रामीण महिलाओं को दर्शाया गया है।ये महिलाएं पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में हैं। उन्होंने हाथों से बने कपड़े और गहने पहन रखे हैं। इन्हीं में से एक महिला को गोबर से बने उत्पाद बेचने बाजार ले जाते दिखाया गया है। उनके चारों ओर सजे फूलों के गमले गौठानों में साग-सब्जियों और फूलों की खेती के प्रतीक हैं। नीचे के ओर गोबर से बने दीयों की सजावट है। ये दीये ग्रामीण महिलाओं के जीवन में आए स्वावलंबन और आत्मविश्वास के प्रतीक हैं। झांकी के पिछले भाग में गौठानों को रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित होते दिखाया गया है।