जिले में अवैध शराब-गांजा बेचने वाले तस्करों को, पकड़ने में, पुलिस आखिर क्यों है नाकाम?”

जिला पुलिस की कार्यशैली, सवालों के घेरे में
“बॉर्डर में अवैध गांजा शराब पकड़ वाहवाही बटोरने वाली कबीरधाम पुलिस आखिर जिले में तैनात अवैध शराब-गांजा बेचने वाले तस्करों को पकड़ने में क्यों है नाकाम?”
यह सवाल तब उठता है जब कबीरधाम पुलिस सीमा पर अवैध गांजा और शराब की बड़ी खेप पकड़ने में तो सफल रही, लेकिन जिले के भीतर सक्रिय तस्करों पर कार्यवाही में असफल नजर आती है। कई बार पुलिस विभाग ने अपनी कार्यवाही का दावा किया है, लेकिन स्थानीय स्तर पर तस्करी और अवैध कारोबार की निरंतरता सवाल खड़ी करती है।
चर्चा इस बात की भी हो रही है कि कबीरधाम जिले में अवैध तस्करी और शराब-गांजा के कारोबार में कुछ कनेक्शन हो सकते हैं, जो पुलिस की कार्रवाई में बाधक बन रहे हैं। पुलिस विभाग की खामोशी और तस्करों के बीच बढ़ती पैठ ने आम जनता में आशंका और सवाल पैदा किए हैं।
इस स्थिति पर सवाल उठाना लाजमी है कि, कबीरधाम पुलिस द्वारा किए गए बड़े ऑपरेशन के बाद भी जिले के भीतर अवैध कारोबार पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा सकी है? क्या यह महज एक दिखावा है, या कुछ और कारण है जो पुलिस की कार्रवाई को प्रभावित कर रहे हैं?